बाय में किसानों के हक के लिए गठित हुई किसान संघर्ष समिति, महिपाल पुनिया सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित
बाय में किसानों के हक के लिए गठित हुई किसान संघर्ष समिति, महिपाल पुनिया सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : वर्षों से मंदिर माफी जमीन की समस्या से जूझ रहे किसानों ने अब अपना हक पाने के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत बाय गांव स्थित श्री हर्ष दादा के मंदिर परिसर में बुधवार को किसानों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से किसान संघर्ष समिति का गठन किया गया।
कामरेड हरिसिंह बुरड़क ने बताया कि इस संघर्ष समिति का उद्देश्य किसानों को उनके भूमि अधिकारों के साथ-साथ सभी सरकारी योजनाओं और मूलभूत सुविधाओं का लाभ दिलाना है। समिति का गठन हरिसिंह बुरड़क और श्रीराम बुरड़क के नेतृत्व में किया गया।
बैठक में किसान संघर्ष समिति का गठन किया गया। महिपाल पूनिया को समिति का अध्यक्ष चुना गया। विजयकुमार जमालपुरिया और बनवारीलाल सोहू को उपाध्यक्ष बनाया गया। मनोज किरोड़िया को महासचिव की जिम्मेदारी दी गई। जगदीश पूनिया और केशर पूनिया को संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया। श्रीराम पूनिया कोषाध्यक्ष और नरेश पूनिया को मीडिया प्रभारी बनाया गया । मामराज पुनिया को संयोजक बनाया गया । और इसी तरह राजेन्द्र पुनिया, रामकरण पुनिया, भादरमल पुनिया, गोपाल मातवा, प्रकाश पुनिया, बलबीर पुनिया, बुद्धराम किरोड़िया, राजेन्द्र किरोड़िया इन सबको स्थायी सदस्य बनाया गया ।
इन सदस्यों को समिति में शामिल किया गया:
सुमेर पुनिया, अनिल पुनिया, विद्याधर, दिनेश, अमित, बलबीर, योगेन्द्र, जयराम, ओमजी, सुनील, यादव, संदीप, अर्जुन, रिछपाल पुनिया, बनवारी, जितेन्द्र वर्मा, साखू।
समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष महिपाल पुनिया ने कहा कि जो किसान पीढ़ियों से अपनी जमीन पर रहकर खेती कर रहे हैं, उन्हें आज मंदिर माफी जमीन का हवाला देकर घरेलू पट्टा, बिजली-पानी कनेक्शन, केसीसी, पीएम किसान निधि, और फसल बीमा जैसी सरकारी सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। अब किसान इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि सरकार ने समय रहते समाधान नहीं किया, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
नरेश पुनिया ने बताया कि आने वाले दिनों में किसानों की मांगों को लेकर उपखंड कार्यालय नवलगढ़ और जिला कलेक्टर कार्यालय झुंझुनूं का घेराव किया जाएगा।