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साधारण सभा में जल जीवन मिशन पर तीखी बहस, पानी की किल्लत को लेकर जनप्रतिनिधियों ने घेरा विभाग


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साधारण सभा में जल जीवन मिशन पर तीखी बहस, पानी की किल्लत को लेकर जनप्रतिनिधियों ने घेरा विभाग

गुरुवार तक समाधान नहीं हुआ तो होगा धरना – प्रधान दिनेश सुंडा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक

नवलगढ़ : पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं एक बार फिर नवलगढ़ पंचायत समिति की साधारण सभा में प्रमुख मुद्दा बनकर सामने आईं। पंचायत समिति सभागार में प्रधान दिनेश सुंडा की अध्यक्षता में हुई बैठक में जल जीवन मिशन योजना को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

बैठक की शुरुआत में बीडीओ रितेश सांखला ने पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की। इसके बाद जल जीवन मिशन योजना को लेकर जनप्रतिनिधियों ने विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए।

“बंद कमरों में रिपोर्ट बनाना बंद करें” – प्रधान

प्रधान दिनेश सुंडा ने जलदाय विभाग पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी क्षेत्र में वास्तविक निरीक्षण करने की बजाय बंद कमरों में बैठकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिससे जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पीने के पानी की भारी किल्लत है और विभागीय निगरानी पूरी तरह विफल साबित हो रही है।

विभाग ने किया निगरानी का दावा, लेकिन आंकड़े बोले कुछ और

जलदाय विभाग के एक्सईएन मोहम्मद अली ने विभाग की ओर से पूर्ण निगरानी का दावा करते हुए कहा कि सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मगर टोडपुरा के प्रशासक भंवरसिंह धींवा ने ट्यूबवेलों की मरम्मत के लिए बजट की कमी को समस्या की मुख्य वजह बताया।

बागोरिया की ढाणी में पानी आपूर्ति घटी

राजेंद्र सैनी ने बागोरिया की ढाणी का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले वर्ष जहां 27 टैंकरों से जल आपूर्ति की जा रही थी, वहीं इस बार मात्र 7 टैंकरों से ही पानी भेजा जा रहा है, जिससे वहां के ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी

पंचायत समिति सदस्य प्रताप पूनिया ने बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई और पूछा कि जब जनसमस्याओं पर चर्चा होनी है तो जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित क्यों नहीं हैं?
रामस्वरूप सैनी ने खराब पड़े ट्यूबवेलों और उनकी मरम्मत नहीं होने की समस्या को जोर-शोर से उठाया।

पुजारी की ढाणी में 7 स्वीकृत ट्यूबवेल अभी भी अधूरे

पुजारी की ढाणी में स्वीकृत 7 ट्यूबवेल अब तक निर्माण की बाट जोह रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इसे प्रशासन की गंभीर लापरवाही करार दिया।

सड़क मरम्मत का मुद्दा भी उठा

ओमप्रकाश कैरू ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत बिछाई गई पाइपलाइन के लिए खोदी गई सड़कों की मरम्मत नहीं होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि योजना के चलते सड़कों की दुर्दशा हो गई है, लेकिन अब तक मरम्मत का कोई कार्य शुरू नहीं हुआ।

धरने की चेतावनी

बैठक में प्रधान दिनेश सुंडा ने दो टूक कहा कि यदि गुरुवार तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो पंचायत समिति की ओर से धरना दिया जाएगा।

एसडीएम ने दिया आश्वासन

इस दौरान एसडीएम जयसिंह ने भरोसा दिलाया कि गांवों में पानी की मांग का सर्वे करवा कर समय पर जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी और संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए जाएंगे।

साधारण सभा की यह बैठक पेयजल संकट पर केंद्रित रही, जिसमें योजना के क्रियान्वयन की खामियों को जनप्रतिनिधियों ने बेबाकी से उजागर किया। अब देखना होगा कि प्रशासनिक आश्वासनों के बाद धरातल पर कितना सुधार नजर आता है।

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