बीमा क्लेम के पत्नी की हत्या का मामला: पत्नी के हत्यारे पति सहित पांचों आरोपियों का घूमचक्कर से कोर्ट तक पैदल जुलूस निकाला
लोगों ने की सरेआम फांसी की मांग

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : बीमा क्लेम के लालच में अपनी ही पत्नी की हत्या करवाने वाले निर्दयी पति और उसके चार साथियों को बुधवार को पुलिस ने जनता के बीच जुलूस निकालते हुए कोर्ट में पेश किया। यह दिल दहला देने वाला मामला 13 मई को एक कथित सड़क दुर्घटना के रूप में सामने आया था, जिसकी जांच में पुलिस ने हत्या की भयावह साजिश का पर्दाफाश किया।
मुख्य आरोपी सहीराम सैनी ने 52 लाख रुपए के बीमा क्लेम के लिए अपनी पत्नी कृष्णा देवी की सुनियोजित हत्या करवाई थी। जांच में सामने आया कि सहीराम ने 11 मई को पत्नी को नवलगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ने के बाद भगेरा निवासी सचिन कुमावत से एक कैफे में मुलाकात की। इस दौरान उसने सचिन को 50 हजार रुपए नकद और एक ब्लैंक चेक देकर हत्या की सुपारी दी। सचिन ने इस साजिश में अपने तीन साथियों – मुकेश, प्रदीप सिंह और अमृत उर्फ रामसिंह बंजारा – को भी शामिल किया।
हत्या की खौफनाक पटकथा
12-13 मई की रात सभी आरोपियों ने मिलकर योजना को अंजाम दिया। बड़वासी गांव के पास सहीराम ने चालाकी से अपनी बाइक गिराई, जिससे कृष्णा देवी नीचे गिरी। तभी पीछा कर रही कार में सवार बदमाशों ने कृष्णा देवी के सिर पर पत्थरों से वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद सहीराम ने घटनास्थल पर एंबुलेंस बुलाकर मामले को एक सामान्य दुर्घटना दिखाने की कोशिश की।
पुलिस जांच में सामने आया कि कृष्णा देवी के नाम पर एलआईसी, बाइक बीमा और गोल्ड लोन के जरिए कुल 52 लाख रुपए का बीमा क्लेम था, जिसे हासिल करने के लिए यह हत्या करवाई गई।
पुलिस ने निकाला जुलूस, जनता का गुस्सा फूटा
बुधवार को पुलिस ने पांचों आरोपियों – सहीराम सैनी, सचिन कुमावत, मुकेश, प्रदीप सिंह और अमृत उर्फ रामसिंह बंजारा – को घुमचक्कर से कोर्ट तक पैदल जुलूस में ले जाया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और व्यापारी सड़कों पर उमड़ पड़े। व्यापारियों ने पुलिसकर्मियों का माला पहनाकर स्वागत किया और मामले में उनकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की प्रशंसा की।
कोर्ट परिसर के बाहर भीड़ जमा हो गई, जिनमें आक्रोशित लोगों ने “कातिलों को सरेआम फांसी दो” की मांग की । आमजन का कहना था कि इस तरह के अपराध समाज को झकझोर देते हैं, इसलिए ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि समाज में एक कड़ा संदेश जाए।
न्याय की मांग
जनता की मांग है कि ऐसे अपराधियों को त्वरित न्याय दिलाते हुए सख्त से सख्त सजा दी जाए। कोर्ट परिसर में मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा कि जब इंसान पैसे के लिए रिश्तों की हत्या करने लगे, तो ऐसे अपराधियों को बख्शना नहीं चाहिए।
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि समाज में गिरते नैतिक मूल्यों का आईना भी है, जिसे देखकर हर व्यक्ति सन्न है।