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चंवरा चौफूल्या में ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन


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चंवरा चौफूल्या में ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

बस हादसे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश, पीडब्ल्यूडी विभाग को बताया मौत का जिम्मेदार-3 दिन में समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण देंगे धरना

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां

चंवरा : चौफूल्या में रविवार को हुए बस हादसे को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आदिवासी मीन सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर पीडब्ल्यूडी विभाग मुरादाबाद के नारे लगाए। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बीच सड़क खोदे गए गड्ढे से बस हादसा गठित हुआ है जिसमें बस मालिक की जान चली गई। इससे पूर्व भी कई मोटरसाइकिल सवार इस गड्ढे में गिर चुके हैं।

सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि इन दिनों इलाके में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है ऐसा लगता ही नहीं कि यहां कोई कानून का राज है। लगातार क्षेत्र में घटनाओं पर घटना घटित हो रही है प्रशासन और जनप्रतिनिधि नींद में सोए हुए है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय यह लोग पता नहीं कहां से आ जाते हैं। जनता के दुख दर्द को इनका कोई सरोकार नहीं है। सरकारी दफ्तर में बिना लिए दिए बगैर काम नहीं होता है। गत दिनों चौफूल्या में सरे आम एक डंपर चालक मंदिर को ध्वस्त कर गया। मंदिर अभी तक भी खंडहर अवस्था में पड़ा है बड़ी-बड़ी बात करने वाले पता नहीं कहां छुप गए। रात्रि में चोर लोगों के घरों में घुसकर चोरियां कर रहे हैं। गांव और शहरों में बदमाश लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब यह तानाशाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी आने वाले दिनों में आठ गांवों के लोगों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

समाजसेवी शीशराम खटाणा ने कहा कि यहां के नेताओं को सांप सूंघ गया है। यहां वह लोग दूर-दूर तक दिखाई नहीं देते।

शीशराम रावत ने कहा कि मैंने बस चालक को मेरी आंखों के सामने गंभीर घायल अवस्था में देखा है हमने बचाने के बहुत प्रयास किए लेकिन उन्हें बचा नहीं पाए। इस हादसे का जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग है। धरने पर महिलाओं ने भी प्रशासन पर खूब गुस्सा जाहिर किया।

धरना प्रदर्शन में प्रकाश मीणा गुड़ा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर लाल कसाणा, सुभाष गुर्जर, लीलाराम गुर्जर, प्रदीप, रामेश्वर लाल रावत, समाजसेवी शीशराम रावत, रामकरण रावत सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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