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गहलोत बोले- थरूर ने गलती की,सरकार शरारत से नहीं चूकी:ट्रंप के बयान पर मोदी चुप क्यों हैं, उनके तमाशे से जनता में नाराजगी


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गहलोत बोले- थरूर ने गलती की,सरकार शरारत से नहीं चूकी:ट्रंप के बयान पर मोदी चुप क्यों हैं, उनके तमाशे से जनता में नाराजगी

गहलोत बोले- थरूर ने गलती की,सरकार शरारत से नहीं चूकी:ट्रंप के बयान पर मोदी चुप क्यों हैं, उनके तमाशे से जनता में नाराजगी

जयपुर :  पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक के बाद विदेश दौरे में भारत का पक्ष रखने वाले कांग्रेस सांसदों के चयन पर हुए विवाद को पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सरकार की शरारत करार दिया है। गहलोत ने ट्रंप के बयान पर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।

जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को गहलोत ने कहा- शशि थरूर की ड्यूटी थी कि पार्टी को बताते। हम सब उनका सम्मान करते हैं, उनका अपना अनुभव है, उन्हें यूएन का भी अनुभव हैं, वे विदेश राज्य मंत्री भी रहे हैं, अच्छे इंसान हैं। वे जब राजनीति में हैं, कांग्रेस से चुनाव जीतकर आते हैं, तो सांसद होने के नाते विपक्षी दल और सरकार उनको कोई ऑफर करें।

ऐसे मामलों में तो उनको कहना चाहिए कि मुझे कोई दिक्कत तो नहीं आएगी, लेकिन आप पार्टी हाईकमान से बात करें। अगर थरूर वो बात कह देते तो यह इश्यू बनता ही नहीं देश में, उन्होंने वहां गलती की और सरकार की शरारत है वह सबके सामने हैं।

रिजिजू लीपापोती कर रहे हैं, नाम नहीं मांगे थे तो राहुल, खड़गे को फोन क्यों किया? गहलोत ने कहा- कांग्रेस के चार सांसद देश का पक्ष रखने जा रहे हैं, वे शानदार भूमिका अदा करेंगे, अब वो बात खत्म हो गई कि कैसे सिलेक्शन किया। हालांकि सरकार का यह तरीका गलत होता है, आप ऐसे मामलों में भी अगर विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश करो कि आपस में कैसे लोगों में फूट पड़े। यह ठीक नहीं है।

एक तरफ कह रहे हैं कि नाम नहीं मांगे, फिर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन क्यों किया? किरण रिजिजू अब लीपापोती कर रहे हैं। मैसेज तो यही गया कि आपने फोन किया और चार नाम भेज दिए।

आतंकी ठिकानों पर हमले कर सरकार ने सूझबूझ का परिचय दिया पूर्व सीएम बोले- राजस्थान में प्रधानमंत्री का आना तो स्वागत योग्य है, प्रधानमंत्री जहां जाते हैं, उस राज्य को स्वागत ही करना चाहिए, जहां जाएंगे तो फायदा ही होगा। पहलगाम की घटना के बाद राहुल गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष सरकार के साथ है। सरकार ने सूझबूझ का परिचय दिया।

पूरी दुनिया को मैसेज दिया कि हमारी लड़ाई आतंकवाद से है, इसलिए उन्होंने वहीं हमला किया, जहां आतंकी कैंप थे। हमारी सेना ने पाकिस्तान की सेना या नागरिक ठिकानों पर हमला नहीं किया, पूरी दुनिया ने इसे एप्रिशिएट किया।

पूर्व सीएम अशोक गहलोत से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भी मुलाकात की।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भी मुलाकात की।

ट्रंप जबरदस्ती पंचायती करने लगे हैं गहलोत ने कहा- इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिक्चर में आ गए, उसको मैं बहुत खतरनाक मानता हूं, खतरनाक इसलिए मानता हूं आज तक केंद्र में चाहे किसी दल की सरकार रही, सबने कश्मीर पर एक ही नीति रखी है कि किसी तीसरे देश का दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे।

ट्रंप का अचानक ट्वीट आना कि हमने सीजफायर करवा दिया है, कश्मीर मामला मैं निपटवा दूंगा, ट्रंप कोई मामूली आदमी नहीं है, दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, उनके बोलने के ये मायने होते हैं।

ट्रंप ने जो तमाशा किया, उससे देशभर में जनता के बीच नाराजगी

पूर्व सीएम ने कहा- जिस दिन ट्रंप ने सीजफायर का ट्वीट किया, उसी वक्त केंद्र सरकार को ट्वीट करके जवाब देना चाहिए था। बयान देना चाहिए था कि हम सलाह किसी से भी ले सकते हैं, यूएस से भी ले सकते हैं, लेकिन सीजफायर दोनों पक्ष बातचीत के बाद ही करेंगे। पहले ही पब्लिक डोमेन में आना चाहिए था कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान में बातचीत चल रही है।

ट्रंप ने ऐसा तमाशा किया है, पूरे देश में जनता में नाराजगी है। सरकार यह समझ नहीं पा रही है, मेरा मानना है इसका सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अभी ये डैमेज कंट्रोल करने के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। तिरंगा यात्रा हमने भी निकाली, पूरा देश सेना के साथ है, लेकिन इसका राजनीतिक लाभ लेने के लिए प्रयास करना गलत है।

मोदी ने अभी तक चुप्पी क्यों साध रखी है? गहलोत ने कहा- लोगों को यह बहुत बुरा लगा है कि आपने यह गलती क्यों की? अभी तक चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। मैं यह पूछना चाहूंगा मोदीजी से भी, आपने अभी तक चुप्पी क्यों साध रखी है? आप अभी भी क्यों नहीं कहते कि कश्मीर मामले में कोई तीसरा पक्ष नहीं आएगा, केवल हिंदुस्तान पाकिस्तान के बीच बातचीत होगी।

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