बड़ागांव पंचायत में 28 लाख के निविदा घोटाले पर कार्रवाई:जिला परिषद ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी, 15 दिन बाद भी जांच शुरू नहीं
बड़ागांव पंचायत में 28 लाख के निविदा घोटाले पर कार्रवाई:जिला परिषद ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी, 15 दिन बाद भी जांच शुरू नहीं

उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बड़ागांव में टेंडर घोटाले का मामला सामने आया है। मार्च के अंतिम सप्ताह में 28 लाख रुपए की लागत से 11 कार्यों के लिए निविदा जारी की गई थी। निविदा प्रक्रिया में दो फर्मों ने भाग लिया, जिनमें से एक के पास वैध लाइसेंस नहीं था और दूसरी फर्म निविदा की शर्तें पूरी नहीं करती थी। इसके बावजूद एक फर्म को 28 लाख रुपए के कार्यों का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि बिना कार्य कराए ही महज पांच दिन में 10 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया। नियमों के अनुसार निविदा प्रक्रिया में तकनीकी अधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य होती है, लेकिन यह पूरी प्रक्रिया उनकी गैरहाजिरी में ही पूरी कर ली गई।
मामले के उजागर होने के बाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने 19 अप्रैल को तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। इस समिति में जिला परिषद के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी रामनिवास, एक्सईएन सतीश यादव और लेखाधिकारी महेंद्र कुमार को शामिल किया गया। समिति को सात दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे।
इधर, उदयपुरवाटी पंचायत समिति के विकास अधिकारी (बीडीओ) राजेश कुमार ने सरपंच संतोष देवी और ग्राम विकास अधिकारी मुकेश कुमार से तीन दिन में जवाब मांगा था, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया है। वहीं, जांच समिति की ओर से भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी
झुंझुनूं जिला परिषद अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी रामनिवास ने कहा- बड़ागांव पंचायत में 28 लाख रुपए के टेंडर में धांधली के मामले की जांच के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है। जांच पूरी होते ही जानकारी दी जाएगी।
पंचायत समिति उदयपुरवाटी के बीडीओ राजेश कुमार ने कहा- बड़ागांव की सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया था, लेकिन अब तक जवाब नहीं मिला है। मामले की जांच जिला परिषद स्तर पर चल रही है, इसलिए अब वही जवाब तलब करेंगे।