देर रात तक चली वार्ता के बाद डंपर यूनियन ने चक्काजाम का निर्णय लिया वापिस
डीटीओ के सस्पैंड होने पर बांटे 51 किलो लड्डू, लेकिन अभी प्रमुख दो मांगों पर अड़े

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : जिले में ई रवन्ना के आधार पर काटे गए चालान और चालान की राशि जमा ना करवाने पर निलंबित की गई आरसी समेत झुंझुनूं डीटीओ द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर डंपर मालिकों का धरना गुरूवार को 11वें दिन भी डीटीओ कार्यालय के बाहर जारी रहा। गुरूवार को डंपर मालिक अपने डंपरों को सड़क पर खड़ा करके चक्काजाम करने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही प्रशासन ने हालातों को भांपकर डंपर मालिकों के साथ बुधवार शाम को वार्ता की।
वार्ता कलेक्ट्रेट में कलेक्टर, एसपी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में देर रात तक चली। जिसके बाद डंपर मालिकों ने गुरूवार को के चक्काजाम का फैसला वापिस ले लिया। लेकिन पूर्व में हुई घोषणा के चलते सैंकड़ों की संख्या में डंपर मालिक चक्काजाम में शामिल होने के लिए झुंझुनूं पहुंचे। जिन्हें बताया गया कि वर्तमान में देश में बन रहे हालातों को देखते हुए और बुधवार शाम को हुई वार्ता से सकारात्मक परिणाम आते दिख रहे है। इसलिए चक्काजाम स्थगित किया गया है। क्योंकि देश में हालात जंग जैसे हो रहे है। ऐसे में प्रशासन और पुलिस का ध्यान हमारे आंदोलन की तरफ हो। ना कि अन्य तैयारियों में। इसलिए देशहित में निर्णय लेते हुए चक्काजामा का निर्णय वापिस लिया है।
यूनियन के अध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश और प्रवक्ता विकास पायल ने बताया कि डंपर मालिकों को बुधवार को हुई वार्ता में आश्वस्त किया है कि जल्द ही उनकी आरसी बहाल की जाएगी। वहीं चालान की राशि को लेकर भी सरकार स्तर पर बातचीत की जाएगी। जिससे जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है।
डंपर यूनियन की तीन मांगों में से एक मांग झुंझुनूं डीटीओ डॉ. मक्खनलाल जांगिड़ को भी गुरूवार को सस्पैंड कर दिया गया है। जिसके बाद डंपर यूनियन ने खुशी मनाई। करीब 51 किलो लड्डू बांटकर खुशी मनाई। उन्होंने बताया कि तीन मांगों में से एक मांग पूरी हो गई है। लेकिन हमारी ये मांग तीन नंबर की मांग थी। हमारी पहले दो नंबरों की, दोनों मांगों पर जब तक कोई निर्णय नहीं होता। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इधर, यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल जयपुर में भी रवाना हुआ। जो जयपुर में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहा है। इस वार्ता का भी परिणाम देर रात तक आने की संभावना है।
गुरूवार को धरना स्थल पर रोहिताश्व बांगड़वा, महेंद्र धायल, चीकू चिड़ावा, आशु चौधरी, विकास सोटवारा, मुकेश कालेर, विकास धायल, मनीष बांगड़वा, करतार काका, प्रवीण मेचू, राजेश सीथल, रजनीश पीथूसर, कपिल बड़वासी, अमित खरबास, संजय बुगाला, राजेश भाटीवाड़, रामू कालेर, सतपाल महला, सुमेर धायल, विजेंद्र ओला बड़ की ढाणी, पंकज कुमावत आदि मौजूद रहे।