8 साल की बेटी के लिए पुलिस ने खंगाले सैकड़ों सीसीटीवी, 10 टीमें बनीं, दो रातें जागकर दबोचा दरिंदा
8 साल की बेटी के लिए पुलिस ने खंगाले सैकड़ों सीसीटीवी, 10 टीमें बनीं, दो रातें जागकर दबोचा दरिंदा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : उप महानिरीक्षक पुलिस झुंझुनूं शरद चौधरी आईपीएस ने बताया कि जिले की पुलिस ने एक संवेदनशील प्रकरण में तेजी से कार्रवाई करते हुए मात्र 48 घंटों में 8 साल की नाबालिग बच्ची के अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी को डिटेन कर बापर्दा गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान सन्तु उर्फ पंकज सैनी (36), निवासी उदयपुरवाटी, हाल बिरोल रोड, थाना नवलगढ़ के रूप में हुई है।
घटना का विवरण: पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि वह जयपुर से लौटते समय रात में नवलगढ़ रेलवे स्टेशन पर बच्चों के साथ साधन की प्रतीक्षा कर रही थी। तभी एक अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल से आया और घर छोड़ने की बात कहकर तीनों बच्चों सहित उन्हें बिठा लिया। रास्ते में पेट्रोल खत्म होने का बहाना कर महिला और दो बच्चों को उतार दिया जबकि 8 साल की बच्ची को साथ लेकर चला गया। काफी देर बाद भी उसके नहीं लौटने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सुबह बच्ची मिली जिसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी।
तत्काल पुलिस कार्रवाई: घटना की सूचना मिलते ही थानाधिकारी नवलगढ़ सुगन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम रेलवे स्टेशन पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए एजीटीएफ और कुल 10 पुलिस टीमों का गठन किया गया। सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, अज्ञात आरोपी का स्केच तैयार करवाया गया। झाझड़ रोड स्थित चाय की दुकान पर स्केच के आधार पर जानकारी मिली कि आरोपी पंचर की दुकान करता है और बिरोल रोड पर रहता है।
सीसीटीवी के माध्यम से मोटरसाइकिल की पहचान हुई और पूछताछ में पता चला कि आरोपी सन्तु उर्फ पंकज सैनी है। आरोपी को सीकर रोड से डिटेन कर पूछताछ की गई, जहां उसने अपराध स्वीकार कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि उक्त आरोपी पूर्व में भी एक 8 वर्षीय बच्ची के अपहरण में लिप्त रहा है, जिस पर पहले से ₹10,000 का इनाम घोषित था।
विशेष भूमिका निभाने वाले अधिकारी: इस महत्वपूर्ण खुलासे में नरेन्द्र कुमार (साइबर डेस्क) सहित साइबर सेल और सीसीटीएनएस टीम ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस टीम में शामिल अधिकारी: इस पूरे अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमन्त कुमार, वृताधिकारी राजवीर सिंह, थानाधिकारी सुगन सिंह सहित 27 पुलिस अधिकारी व जवान शामिल रहे, जिन्होंने आपसी समन्वय और तकनीकी सहायता के माध्यम से आरोपी तक पहुंच बनाई।
झुंझुनूं पुलिस की यह कार्यवाही बाल अपराध के प्रति उनकी सजगता और संवेदनशीलता का प्रमाण है। आरोपी के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।