पायलट बोले-सरकार को नौकरशाह चला रहे,मंत्री-विधायक रो रहे:SI भर्ती रद्द करने में क्या मजबूरी? सरकार के मंत्री भी चाहते हैं कार्रवाई
पायलट बोले-सरकार को नौकरशाह चला रहे,मंत्री-विधायक रो रहे:SI भर्ती रद्द करने में क्या मजबूरी? सरकार के मंत्री भी चाहते हैं कार्रवाई

जोधपुर : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने रविवार को जोधपुर में SI भर्ती घोटाले को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में नैतिकता के आधार पर मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया जाता था, लेकिन भाजपा सरकार में कोई जवाब देने को तैयार नहीं है।
भर्तियों में हो रही गड़बड़ियों को लेकर पायलट ने RPSC का पुनर्गठन करने की मांग की। पायलट ने कहा- सरकार के मंत्री खुद कह रहे हैं कि SI भर्ती रद्द होनी चाहिए और कमेटी बनाई जाए, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसी क्या मजबूरी है, क्या व्यवस्था है जो आप कुछ नहीं करना चाहते? जो युवा ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं, उनके साथ धोखा न हो, इसलिए सभी SI भर्ती रद्द करने के पक्ष में हैं। लेकिन सरकार की अनदेखी समझ से परे है।
पायलट ने आगे कहा- प्रदेश सरकार को सिर्फ नौकरशाह चला रहे हैं। मंत्री और विधायक रोते फिर रहे हैं, कोई नहीं सुन रहा। आपस में इतना खिंचाव है कि कौन नेतृत्व कर रहा है, कैसे संचालन हो रहा है, समझ नहीं आ रहा।

नैतिकता पर कांग्रेस-BJP का फर्क
राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कहा- यूपीए सरकार में सोनिया गांधी के निर्देश पर मंत्री नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देते थे। बंसल जी हों या शशि थरूर, कॉमनवेल्थ गेम्स में कोर्ट ने आरोप खारिज किए, फिर भी इस्तीफे दिए। लेकिन BJP सरकार में SI भर्ती पर मंत्री पर आरोप हैं, कोई जवाब नहीं।
जातिगत जनगणना का मुद्दा
सचिन पायलट ने कहा- सवा साल बीत गया, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए। जिन मुद्दों पर BJP सत्ता में आई, उन पर कहां खड़ी है? समझ नहीं आ रहा। कांग्रेस और राहुल गांधी वर्षों से जातिगत जनगणना की मांग कर रहे थे। BJP के नेता उन्हें ‘अर्बन नक्सली’ कहते थे। ‘एक है तो सेफ है, बटोगे तो कटोगे’ जैसी बातें करते थे। अब वही समझ गए कि देश क्या चाहता है।