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कटेवा आरके ग्रुप 0056 का मुख्य सरगना गिरफ्तार:गुजरात सहित कई राज्यों में फरारी काटी, 5 महीने से फरार था


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कटेवा आरके ग्रुप 0056 का मुख्य सरगना गिरफ्तार:गुजरात सहित कई राज्यों में फरारी काटी, 5 महीने से फरार था

कटेवा आरके ग्रुप 0056 का मुख्य सरगना गिरफ्तार:गुजरात सहित कई राज्यों में फरारी काटी, 5 महीने से फरार था

सीकर : सीकर जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने पिछले करीब 5 महीने से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी बदमाश रविंद्र कटेवा को गिरफ्तार किया है। पुलिस रविंद्र कटेवा को दिल्ली से पकड़कर लाई है। आरोपी दिल्ली में रहकर फरारी काट रहा था।

कटेवा आरके ग्रुप 0056 का मुख्य सरगना और 5600 ग्रुप का सहयोगी है जो जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जे,जानलेवा हमला जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। जिस पर पूर्व में करीब 2 दर्जन मामले दर्ज हैं। सीकर ASP गजेंद्र सिंह जोधा ने आज पूरे मामले का खुलासा किया।

25 नवंबर को श्रवण कुमार निवासी भादवासी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह शाम के समय गुमाना का बास की तरफ ढाणी में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया हुआ था। उसके साथ अशोक कुमार भी था। सुरेश कुमार की फॉरच्यूनर गाड़ी थी। वापस लौटते समय रात को करीब 8:15 बजे लक्ष्मण का बास की तरफ से आने वाली सड़क मार्ग पर सीकर-झुंझुनूं सड़क से करीब 200 मीटर दूरी पर टीवीएस शोरूम से पहले पांच कैंपर गाड़ियां और एक फॉरच्यूनर गाड़ी खड़ी थी। जिसमें करीब 15 बदमाश लड़के थे।

पुलिस ने आज आरोपी रविंद्र कटेवा की मौका तस्दीक करवाई।
पुलिस ने आज आरोपी रविंद्र कटेवा की मौका तस्दीक करवाई।

इन बदमाश लड़कों ने पहले तो सुरेश की फॉरच्यूनर गाड़ी के आगे कैंपर गाड़ी लगाकर चारों तरफ से घेर लिया और इसके बाद फॉरच्यूनर गाड़ी को पूरी तरह से तोड़ दिया। गाड़ी को तोड़कर खाई में गिरा दिया। ऐसे में सुरेश और उसके साथ अशोक कुमार गाड़ी में से निकलकर भागने लगे तो इन बदमाशों में शामिल रविंद्र कटेवा ने सुरेश पर पिस्टल से फायर किया। रविंद्र के साथ विकास, रोहित गिल, सोनू ढाका, संदीप गिल, मनोज महला भी था। इन लोगों ने सुरेश को पकड़कर अपनी कैंपर गाड़ी में डालकर उसका किडनैप किया और कुछ दूर आगे ले जाकर नीचे गिरा दिया।

बदमाशों द्वारा की गई मारपीट में सुरेश गंभीर रूप से घायल हो गया। बदमाशों ने उसे धमकी दी कि श्रवण और उसके परिवार वालों को जान से मार देंगे। बदमाश सुरेश की गाड़ी में रखे 8.85 लाख रुपए भी लूटकर चले गए। घायल सुरेश ने श्रवण को बताया कि रविंद्र कटेवा धमकी दे रहा था कि उसने श्रवण फगेड़िया की कब्जाशुदा जमीन का सौदा शारदा पत्नी श्रीचंद जाट निवासी भादवासी से कर लिया है। शारदा और उसके बेटे जितेंद्र, राजेश ने श्रवण फगेड़िया को मारने की सुपारी दे रखी है। इसलिए उसका जल्द ही निपटारा कर दूंगा। रविंद्र कटेवा ने सुरेश को कहा कि उसके ग्रुप 0056 और 5600 ग्रुप में शूटर बदमाश और बड़े गैंगस्टर हैं। बदमाशों में शामिल राजू बगड़िया ने जाते समय यह भी कहा था कि पहले इसे मार दो,बाद में श्रवण और उसके साथ वालों को निपटा देंगे।

घटना के बाद पुलिस ने इस मामले आरके ग्रुप 0056 और आरोपी रविंद्र कटेवा को फॉलो करने वाले लोगों की बिना नंबरी और गाटर लगी 20 कैम्पर गाड़ियां जब्त की। साथ ही मामले में एक आरोपी महेंद्र कुमार धींवा को 27 दिसम्बर को गिरफ्तार किया।

इसके बाद पुलिस ने 13 अप्रैल को मामले में गैंग के सरगना मनोज महला को जयपुर से पकड़ा था। जिसकी कोर्ट में पेशी के दौरान मोबाइल से बात करते हुए का वीडियो भी सामने आया था। इसके बाद सीकर एसपी भुवन भूषण यादव ने मामले दादिया पुलिस थाने के ASI रोहिताश्व कुमार, कॉन्स्टेबल संदीप और किशोर को सस्पेंड किया था।

आरोपी को पकड़ने वाली टीम के साथ खुलासा करते हुए ASP गजेंद्र सिंह जोधा।
आरोपी को पकड़ने वाली टीम के साथ खुलासा करते हुए ASP गजेंद्र सिंह जोधा।

पुलिस ने जयपुर, हरियाणा और दिल्ली में दी दबिश

पुलिस लगातार गैंग के मुख्य सरगना रविंद्र कटेवा की तलाश में उसके गांव और आसपास के इलाकों,जयपुर,हरियाणा और दिल्ली में दबिश दी। लेकिन आरोपी रविंद्र कटेवा पुलिस से बचने के लिए गुजरात,दिल्ली, असम और हिमाचल में फरारी काटता रहा। उसने दिल्ली के पास एक गांव में छोटे कमरे में भी फरारी काटी। पुलिस उसे पकड़ नहीं सके इसलिए फर्जी सिम कार्ड इस्तेमाल करने लगा। इस बीच सीकर पुलिस को ह्यूमन इंटेलिजेंस और मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि आरोपी दिल्ली में है। ऐसे में सीकर डीएसटी टीम के कॉन्स्टेबल अंकुश और महावीर सहित टीम दिल्ली पहुंची। जिन्होंने वहां घूमते हुए रविंद्र कटेवा को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन वह भागने की कोशिश करने लगा।

ऐसे में अंकुश और महावीर ने साहस दिखाते हुए उसे पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस उसे लेकर सीकर के लिए रवाना हुई। जैसे ही पुलिस टीम रघुनाथगढ़ के पास पहुंची तो वहां आरोपी रविंद्र कटेवा ने टॉयलेट करने को कहा। ऐसे में पुलिसकर्मी उसे टॉयलेट करवाने के लिए साथ गए। जहां कटेवा ने एक पुलिसकर्मी को धक्का दिया और भागने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद इंस्पेक्टर सुनील जांगिड़ और उनकी टीम ने कटेवा को पकड़ लिया। भागने के दौरान वह नीचे पत्थरों में भी गिरा,जिससे उसका एक पैर भी चोटिल हो गया।

आरोपी की गिरफ्तारी में डीएसटी टीम के हैड कॉन्स्टेबल दुर्गाराम, कॉन्स्टेबल अंकुश, हरीश, विजयपाल, दिनेश कुमार,दलीप सिंह,साइबर सेल के हैड कॉन्स्टेबल महेश कुमार,कॉन्स्टेबल राकेश, उद्योगनगर पुलिस थाने के कॉन्स्टेबल बलवीर सिंह और महावीर की अहम भूमिका रही।

भले ही पुलिस ने अब आरोपी को पकड़ लिया हो। लेकिन आरोपी फरारी के दौरान सोशल मीडिया पर एक्टिव रहा। जिसने बर्फीले पहाड़ों,होटल्स आदि की रील अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर अपलोड भी करवाई। आरोपी ने कई नेताओं के साथ बैठे वीडियो भी इसके इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किए है।

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