[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

नानू वाली बावड़ी में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की पाइपलाइन लीकेज से लाखों लीटर पानी बहा व्यर्थ


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़ब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानराज्य

नानू वाली बावड़ी में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की पाइपलाइन लीकेज से लाखों लीटर पानी बहा व्यर्थ

नानू वाली बावड़ी में पाइपलाइन लीकेज से नानुवाली बावड़ी से जसरापुर जाने वाली रोड पर लगा जाम, दोपहिया वाहन पानी में फंसे

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : उपखंड क्षेत्र के नानूवाली बावड़ी ग्राम पंचायत में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना कि पाइपलाइन लीकेज होने से लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। इस घटना से न केवल पानी की बर्बादी हुई, बल्कि नानू वाली बावड़ी से जसरापुर जाने वाली रोड पर जाम लग गया और दो पहिया वाहन पानी में फंस गए।गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत झेल रहे लोगों के लिए यह घटना और भी परेशानी का सबब बन गई है। खेतड़ी में आठ से दस दिनों में एक बार पानी आता है, और वह भी पर्याप्त मात्रा में नहीं आता है। ग्रामीण महंगे भाव से पानी के टैंकर डलवा कर अपना काम चला रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सैनी, रामवतार सैनी, ओमप्रकाश, राजू अधाणा सहित ग्रामीणों ने बताया कि नानूवाली बावड़ी ग्राम पंचायत के बंधा भीतर के पास कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की पाइपलाइन लीकेज हो गई, जिससे नानू वाली बावड़ी से जसरापुर जाने वाली रोड पर पानी एकत्रित हो गया।रोड पर पानी का भराव ज्यादा होने से दोनों तरफ लंबा जाम लग गया और करीब 1 घंटे तक वाहन फंसे रहे। रोड पर पानी भरने से दो पहिया वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी हुई। कई दोपहिया वाहन पानी के अंदर फंस गए और बंद हो गए, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक दोपहिया वाहन चालक ने बताया कि पानी ज्यादा होने से बीच रास्ते में ही उनकी बाइक बंद हो गई और उसके इंजन में पानी चला गया, जिससे उनकी बाइक स्टार्ट नहीं हो रही है। लग रहा है कि इंजन सीज हो गया है। कई दो पहिया वाहन पानी में गिरने से वाहन चालकों को चोटें भी लग गईं।वही ग्रामीणों ने बताया कि नानुवाली बावड़ी में पांच रोज से पानी की सप्लाई नही हुई है जिससे ग्रामीण बहुत परेशान हैं और दूसरी ओर पानी व्यर्थ बह रहा है।

कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। पाइपलाइन लीकेज की शिकायत करने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी समस्या को गंभीरता से नहीं लेते हैं और हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि यह पाइपलाइन करीब 7 दिन से लीकेज थी, लेकिन कर्मचारियों ने पाइपलाइन लीकेज को सही नहीं किया और उसके आगे मिट्टी डाल दी। इससे जहां पर पाइपलाइन लीकेज थी, वहां पर बहुत ज्यादा पानी भर गया। लगातार लीकेज से निरंतर पानी निकलने से डाली गई मिट्टी निकल गई और लाखों लीटर पानी बहकर रोड पर आ गया, जिससे ग्रामीण और वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।ग्रामीण अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने और पाइपलाइन की मरम्मत कर पानी की बर्बादी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। जिला कलेक्टर द्वारा गर्मी के मौसम में पेयजल व्यवस्था को सुचारू रूप से रखने के लिए आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं।

खेतड़ी में पानी की भारी किल्लत, 6 से 8 रोज में एक बार आता है पानी

खेतड़ी में पानी की आपूर्ति की स्थिति बहुत खराब है। एक तरफ लाखो लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है, वहीं दूसरी तरफ खेतड़ी नगरपालिका में 6 से 8 दिनों में एक बार पानी आता है, और वह भी पर्याप्त मात्रा में नहीं आता है। ग्रामीण चंदगीराम सैनी ने बताया कि कस्बेवासी महंगे भाव से पानी के टैंकर डलवा कर अपना काम चला रहे हैं। सरकार की ओर से कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के तहत पानी की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन पाइपलाइन लीकेज होने से यह पानी व्यर्थ बह रहा है, जो अधिकारियों की ओर से बड़ी लापरवाही है। इससे आमजन को काफी परेशानी हो रही है और पानी की बर्बादी से ग्रामीणों में आक्रोश है।ग्रामीणों ने मांग की है कि अधिकारी पाइपलाइन की मरम्मत करें और पानी की बर्बादी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इसके अलावा, ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने की मांग की है, ताकि पानी की बर्बादी रोकी जा सके और ग्रामीणों को पर्याप्त पानी मिल सके।

इनका कहना है –

कुंभाराम राम जल योजना की मुख्य पाइप लाइन में आज ढाणी बंधा भीतर के पास लीकेज हो गया था। पाइप लाइन के लीकेज को ठीक करने के लिए पाइपलाइन को खाली किया गया था। इस कारण पानी नाले में बहा।

– मुकेश भाटी, सहायक अभियंता परियोजना खेतड़ी

Related Articles