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कस्टडी में युवक की मौत का चौथे दिन मजिस्ट्रेट की निगरानी में मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम, शव सौंपा


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

कस्टडी में युवक की मौत का चौथे दिन मजिस्ट्रेट की निगरानी में मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम, शव सौंपा

पोस्टमार्टम में सामने आई पुलिस की निर्दयता, अब सीआईडी-सीबी की जांच रिपोर्ट का इंतजार

झुंझुनूं : झुंझुनूं में पुलिस कस्टडी में युवक पप्पू राम मीणा (28) की मौत के साथ खेतड़ी पुलिस का एक ओर दर्दनाक पहलू सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि 8 अप्रैल को युवक से मिलने जब वे थाने पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों ने युवकों को छोड़ने के नाम पर 2 लाख रुपए की मांग की थी।

इस पर गिरफ्तार युवक दीपक मीणा की पत्नी ने अपने गहने गिरवी रखे, वहीं पप्पूराम के पिता ब्याज पर रुपए लेकर पुलिस को देने पहुंचे थे। कॉन्स्टेबल दिनेश को रुपए दिए थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस का दिल नहीं पसीजा। पप्पू की पिटाई से मौत हो गई, जबकि दीपक फिलहाल खेतड़ी जेल में बंद है।

चौथे दिन बुधवार को पप्पू के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया। बुहाना के न्यायिक मजिस्ट्रेट तुषार विश्नोई की देखरेख में बीडीके अस्पताल के मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉक्टर संजय ऐचरा, फिजिशियन डॉ. राहुल चौधरी व सर्जन डॉ. अभय परिहार के मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। प्रकिया करीब ढाई घंटे तक चली। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे शव भाई हीरालाल व जीजा सुभाष मीणा सहित परिजनों को सुपुर्द किया गया। इस दौरान एएसपी देवेंद्र सिंह राजावत, त्वरित अनुसंधान सैल के एएसपी फूलचंद मीणा मौजूद थे। प्रशासन के अनुसार, पूरे प्रकरण की जांच अब सीआईडी (सीबी) के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाएगी।

मृतक पप्पूराम।
मृतक पप्पूराम।

पूछताछ के दौरान ​बिगड़ी थी तबीयत

जानकारी के अनुसार, हिरासत में पूछताछ के दौरान पप्पू को घबराहट होने लगी और थोड़ी देर बाद वह उल्टियां करने लगा। पुलिस उसे खेतड़ी के सरकारी अस्पताल में ले गई। जहां से बीडीके हॉस्पिटल रेफर कर दिया। 13 अप्रैल की रात 1 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

DSP समेत 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज

मामले में DSP जुल्फीकार अली, CI गोपाल लाल जांगिड़, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश गुर्जर, कॉन्स्टेबल प्रमोद लाठर, भरतलाल, सुनील कुमार, रामनिवास लादी, रमेश गराटी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच सीआईडी सीबी से करवाई जाएगी। जल्द मामले में लिप्त पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इन मांगों पर बनी सहमति

जिला कलेक्टर रामवतार मीणा ने बताया- एससी एसटी एक्ट में 8.25 लाख रुपए व 5 लाख अन्य योजनाओं से परिवार को दिए जाएंगे। मृतक की पत्नी को 7500 रुपए पेंशन दी जाएगी। मृतक के एक आश्रित को प्लेसमेंट एजेंसी से संविदा की नौकरी अजीतगढ़ क्षेत्र में सरकारी विभाग में दी जाएगी। इसके अलावा हिरासत में मृत्यु होने पर जो लाभ देय होंगे वो पीड़ित परिवार को दिए जाएंगे।

मानवाधिकार आयोग ने प्रसंज्ञान लिया, कलेक्टर को दिए जांच के निर्देश

युवक की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने भास्कर की खबर पर प्रसज्ञान लेते हुए कलेक्टर को कमेटी गठित कर जांच कराने के आदेश दिए हैं। पोस्टमार्टम से पहले पप्पूराम मीणा के शव को परिजनों को दिखाया गया। उसके पैरों में घुटने से नीचे चोट के निशान थे। पैरों की पगथली पर पिटाई के निशान थे। हुए पैरों में घुटने से काले निशान बने थे। हालांकि अभी तक मेडिकल टीम ने कोई रिपोर्ट नहीं नहीं दी, लेकिन पैरों में चोट के निशान देखकर परिजन अधिकारियों के सामने ही पुलिस पर टॉर्चर करने के आरोप लगाने लगे। वहां मौजूद श्रवण मीणा ने कहा कि चोरी के मामले में पुलिस फंसाने की धमकी देकर रुपए की डिमांड कर रही थी। दो लाख रुपए मांगे गए थे।

पुलिस को रुपए देने के लिए गहने गिरवी रखे ओर मवेशी बेचे

चोरी के मामले में पकड़े गए दीपक मीणा की पत्नी सुनीता ने कहा कि पुलिस को रुपए देने के लिए अपने गहने गिरवी रखकर लोन लिया। पुलिस उसके पति दीपक को 4 अप्रैल को पकड़ कर ले गई थी। छह अप्रैल को पप्पू मीणा के जीजा सुभाष ने बताया कि मामला रफा-दफा करने के लिए पुलिस 2 लाख रुपए मांग रही है। सुनीता के पास इतने पैसे नहीं थे। तब उसने एक फाइनेंस में गहने गिरवी रखकर लोन लिया। पप्पू के जीजा ने बकरी व भैंस बेची। हम लोग सात अप्रैल को खेतड़ी थाने गए। सीआई गोपाललाल व दिनेश गुर्जर कार में आए। सीआई गाड़ी में बैठा रहा। दिनेश गुर्जर ने रुपए ले लिए। रुपए लेने के बाद कहा कि कल छोड़ देंगे। हम अगले दिन गए तो बताया कि चिड़ावा लेकर गए। आज छोड़ देंगे लेकिन छोड़ा नहीं।

तीन माह के बच्चे से दिलवाई मुखाग्नि

सीपुर के पप्पूराम मीणा (28) का बुधवार को उसके गांव में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान तीन माह के बच्चे से अर्थी को कंधा और मुखाग्नि दिलवाने की रस्म निभाई गई। तब सभी की आंखें नम हो गई।

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