सीकर में कछुआ खरीदने के नाम पर रिटायर्ड-पुलिसकर्मी से ठगी:2 लाख रुपए लेकर फरार हुए बदमाश, बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी लेकर आए थे
सीकर में कछुआ खरीदने के नाम पर रिटायर्ड-पुलिसकर्मी से ठगी:2 लाख रुपए लेकर फरार हुए बदमाश, बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी लेकर आए थे

दांतारामगढ़ : सीकर के दांतारामगढ़ इलाके में कछुए के बिजनेस के नाम पर प्रॉफिट का झांसा देकर ठगी करने का मामला सामने आया है। रिटायर्ड पुलिसकर्मी से 2 लाख रुपए ऐंठ लिए गए। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बेलपत्र खरीदने आया था
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र निवासी ईश्वरलाल जाट ने सीकर के दांतारामगढ़ पुलिस थाने में शिकायत देकर बताया कि वह रिटायर्ड सीनियर सिटिजन पुलिसकर्मी है। आज से करीब 10 दिन पहले उनके घर पर बेलपत्र खरीदने के लिए सुभाष बावरिया नाम का आदमी आया। जिसने बेलपत्र खरीद लिए और ईश्वरलाल को कहा कि उसके रिश्तेदार के पास एक कछुआ है जो वह खरीद लेगा।
कछुए के आधे रुपए देने का झांसा दिया
सुभाष ने ईश्वरलाल को कहा कि वह कछुआ 5 लाख रुपए का आएगा। तुम मुझे आधे रुपए दे दो। सुभाष ने ईश्वरलाल को 8 अप्रैल को रेनवाल सर्किल पर बुलाया। ईश्वरलाल और उनका बेटा अमरसिंह बाइक लेकर सर्किल पर गए। जहां सुभाष बावरिया तो नहीं था लेकिन उसका रिश्तेदार रिछपाल बावरिया बाइक लेकर आया। जो उन्हें करड रोड खालडा लेकर गया। जहां पहले से ही दो औरत और एक अन्य आदमी था।
कछुआ दिखा कर 2 लाख कैश ले लिए
जिन्होंने ईश्वरलाल और उनके बेटे को कछुआ दिखाया। ऐसे में ईश्वरलाल ने उन्हें 2 लाख रुपए नगद दे दिए। इसी दौरान पीछे से एक बिना नंबर की स्विफ्ट डिजायर गाड़ी आई। जिसमें दो लोग बैठे थे,इन दोनों ने धक्का-मुक्की करके ईश्वरलाल से वह कछुआ छीन लिया। इसके बाद दोनों बदमाश वहां से फरार हो गए। फिलहाल पुलिस ने ईश्वरलाल की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज करके अनुसंधान शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि सीकर में कछुए के बिजनेस के नाम पर प्रॉफिट का झांसा देकर ठगी करने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। बावरिया गैंग के सदस्य लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। गैंग के सदस्य इतने शातिर होते हैं कि इनके कुछ लोग कई बार पीड़ित के सामने नकली पुलिस तो कई बार बदमाश बनकर आते हैं और पैसे लेकर चले जाते हैं।