चतरपुरा गांव को सिरियासरकलां पंचायत में बनाए रखने की मांग:भारू में पंचायत में शामिल करने के विरोध में ग्रामीणों ने सौंप ज्ञापन, कलेक्ट्रेट पर हुआ विरोध-प्रदर्शन
चतरपुरा गांव को सिरियासरकलां पंचायत में बनाए रखने की मांग:भारू में पंचायत में शामिल करने के विरोध में ग्रामीणों ने सौंप ज्ञापन, कलेक्ट्रेट पर हुआ विरोध-प्रदर्शन

झुंझुनूं : पंचायत परिसीमन के तहत चतरपुरा ग्राम को ग्राम पंचायत सिरियासर कलां से हटाकर ग्राम पंचायत भारू में शामिल करने के प्रस्ताव के विरोध में मंगलवार को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने मांग की कि चतरपुरा को वर्तमान पंचायत सिरियासर कलां में ही यथावत रखा जाए, अन्यथा वे आगामी चुनावों का बहिष्कार करेंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे ग्रामीण कैप्टन शुभकरण महला ने बताया कि यह प्रस्ताव गांव के हित में नहीं है और इससे ग्रामीणों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि पंचायत राज अधिनियम के अनुसार किसी भी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांवों की सीमाएं एक-दूसरे से जुड़ी होनी चाहिए, जबकि चतरपुरा की सीमा भारू ग्राम पंचायत के किसी भी गांव से नहीं जुड़ती। ग्रामीणों ने बताया कि चतरपुरा का भारू से कोई सीधा मार्ग नहीं है, जिससे लोगों को भारू जाने के लिए हेतमसर होकर लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि वर्तमान पंचायत मुख्यालय सिरियासर कलां मात्र 3 किलोमीटर दूर है और वहां से चतरपुरा का पक्की सड़क से जुड़ाव भी है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि चतरपुरा ग्राम की लगभग 70 प्रतिशत आबादी ढाणियों में निवास करती है, जिनके लिए भारू पंचायत मुख्यालय तक पहुंचे और भी कठिन हो जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को अनदेखा किया गया और चतरपुरा को सिरियासर कलां से हटाकर भारू में नहीं शामिल किया गया तो समस्त ग्रामवासी आगामी पंचायत व अन्य चुनावों का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।