सीकर में आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस पर हमला
तीन पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया;ग्रामीणों ने पथराव किया,गाड़ियों में की तोड़फोड़; CI-SI समेत 11 पुलिसकर्मी घायल

अजीतगढ़ : सीकर में मारपीट और लूट के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इससे पहले ग्रामीणों ने तीन पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। इन्हें छुड़ाने गई टीम ने ग्रामीणों ने पथराव किया और पुलिस की गाड़ियां भी तोड़ी। इस हमले में सीआई-एसआई समेत 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
घटना मंगलवार अजीतगढ़ थाने के डाला वाली ढाणी में रात 11:30 बजे की है। अटैक की सूचना मिलने पर एसपी भुवन भूषण यादव भी मौके पर पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने बुधवार सुबह तक करीब 12 से ज्यादा लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।

हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल को बंधक बनाया, छुड़ाने गई टीम पर हमला
जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे अजीतगढ़ थाने के हेड कॉन्स्टेबल सुभाष और दो कॉन्स्टेबल गढकनेत इलाके में डाला वाली ढाणी में आरोपी महिला को पकड़ने गई थी। महिपाल मारपीट के मामले में फरार चल रहा था। इसी दाैरान गांव में आरोपी के ही किसी परिचित की बारात निकल रही थी। ऐसे में बारात में शामिल लोगों ने तीनों को बंधक बना लिया। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो देर रात पुलिस टीम इन्हें छुड़ाने ढाणी में पहुंची।
पुलिस टीम को देखते ही ग्रामीणों ने छतों से पथराव शुरू क दिया। इस दौरान गांव की कुछ महिलाओं ने भी पुलिस के साथ मारपीट की। इस घटना में अजीतगढ़ थानाधिकारी मुकेश सेपट,खंडेला थानाधिकारी इंद्रप्रकाश यादव समेत 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस हमले में अजीतगढ़ थाना अधिकारी मुकेश सेपट के सिर में 7 टांके आए है।
ग्रामीणों पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी। माहौल बिगड़ता देख RAC की टीम को बुलाया गया। इसके बाद जैसे-तैसे वहां माहौल को शांत करवाया गया। इसके बाद पथराव में करने वाले ग्रामीणों को गिरफ्तार किया। हालांकि इसमें आरोपी महिपाल नहीं था। पुलिस अब इनके खिलाफ मामला दर्ज करेगी।

15 मार्च को की थी मारपीट, 22 मार्च को दर्ज हुआ था मामला
22 मार्च को अजीतगढ़ थाने में रामनिवास निवासी डाला वाली ढाणी ने मुकदमा दर्ज करवाया था कि 15 मार्च को रात करीब 9 बजे वह अपनी बोलोरो गाड़ी लेकर अजीतगढ़ जा रहा था। रास्ते में वह जैसे ही प्रभु होटल के पास पहुंचा तो थोई की तरफ से एक बिना नंबर की कैंपर गाड़ी आई। जिन्होंने रामनिवास की गाड़ी के आगे कैंपर गाड़ी लगाकर गाड़ी को रुकवा लिया।
कैंपर गाड़ी में से योगेश सामोता,सायल उतरे जिन्होंने पहले तो रामनिवास गाड़ी से नीचे उतरने को कहा लेकिन जब रामनिवास नीचे नहीं उतरा तो उन लोगों ने गाड़ी के लाठियां देना शुरू कर दी। इसके बाद दूसरी कैंपर गाड़ी और दो से तीन मोटरसाइकिल पर बैठे सुधीर,दीपू, महिपाल मान,सचिन,आशीष, मोहित सहित अन्य लोगों ने पहले तो रामनिवास की बोलेरो गाड़ी को टक्कर मारी।
इसके बाद सभी ने रामनिवास को गाड़ी से नीचे उतरकर गिराया और उसके साथ मारपीट कर जेब से 45 हजार रुपए निकाल लिए और गले से सोने की चैन भी तोड़ ली। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। रामनिवास ने रिपोर्ट में बताया था कि यह लड़के नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं जो आए दिन गांव में घर में घुसकर मारपीट करना,चोरी करना और महिला अपराध करते हैं। रास्ते में आते-जाते लड़कियों को छोड़ते हैं। जिनसे सब परेशान है।