प्राचार्य पद की डीपीसी पर पुनर्विचार की मांग, अजाक ने सौंपा ज्ञापन, एससी-एसटी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने की अपील
प्राचार्य पद की डीपीसी पर पुनर्विचार की मांग, अजाक ने सौंपा ज्ञापन, एससी-एसटी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने की अपील

झुंझुनूं : डॉ. अंबेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी संगठन (अजाक) की झुंझुनूं इकाई ने प्राचार्य पद की वर्ष 2023-24 की डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) की समीक्षा कर एससी-एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को अनारक्षित बिंदुओं पर पदोन्नति देने की मांग की है। इस संबंध में जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। अजाक जिलाध्यक्ष मोतीलाल आलडिया ने बताया कि ज्ञापन में वर्गवार रिक्त पदों, वर्गवार चयनित अभ्यर्थियों की संख्या, डीपीसी के बाद रिक्त पदों की स्थिति और एससी-एसटी वर्ग के वरिष्ठ अभ्यर्थियों की पात्रता संबंधी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई है। उन्होंने कहा कि 2024-25 की डीपीसी आयोजित करने से पहले 2023-24 की डीपीसी का पुनरावलोकन किया जाना चाहिए। एससी-एसटी वर्ग के वरिष्ठ और पात्र अभ्यर्थियों को अनारक्षित पदों पर पदोन्नति देकर न्याय दिया जाए। अजाक संगठन ने सरकार से मांग की है कि एससी-एसटी वर्ग के मूल वरिष्ठ अभ्यर्थियों को उनके पात्रता अनुसार पदोन्नति दी जाए। इससे सामाजिक न्याय सुनिश्चित होगा और पदोन्नति से वंचित अभ्यर्थियों को राज्य सेवा में प्रवेश का समान अवसर मिलेगा। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष नरेंद्र कुमार सानेल, रूड सिंह, राजकुमार वर्मा, शिव शंकर और भंवरलाल जागृत सहित कई सदस्य मौजूद रहे।