होली से पहले मिलावट का दहन:20 रुपए किलो के घटिया किनकी-बाजरा मिलाकर बना रहे थे बेसन, बाजार में 87 रुपए किलो में बेच रहे
होली से पहले मिलावट का दहन:20 रुपए किलो के घटिया किनकी-बाजरा मिलाकर बना रहे थे बेसन, बाजार में 87 रुपए किलो में बेच रहे

जयपुर : त्योहारी सीजन आते ही बाजार में मिलावट करने वाले भी सक्रिय हो जाते हैं। होली से पहले खाद्य सुरक्षा टीम ने सोमवार को बाजार में भारी मात्रा में सप्लाई हाेने वाले मिलावटी बेसन पर बड़ी कार्रवाई की है। अधिकारियों ने राजधानी से 26 किमी दूर बस्सी में बेसन फैक्ट्री पर छापामार कर मौके पर 16 हजार किलो से ज्यादा मिलावटी बेसन जब्त किया है।
बेसन काे 30 किलो की पैकिंग में पैक करके बाजार में सप्लाई करने की तैयारी थी। सप्लाई हाेने से पहले खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने छापामार कर बेसन, चावल की किनकी और बाजरा की 538 बोरियां काे जब्त कर ली है। बेसन की जांच के लिए सैंपल लैब में भेजे हैं। मौके पर मिले पूरे माल काे सीज कर दिया गया। जांच रिपाेर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। टीम में खाद्य सुरक्षा अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा, फूड इंस्पेक्टर विनोद थारवान, सुशील चोटवानी, राजेश नागर आदि शामिल रहे।
अधिकतर जिलाें में सप्लाई
बिलिंग में सामने आया कि मिलावटी बेसन प्रदेश अधिकतर जिलाें में भारी मात्रा में सप्लाई हाे रहा है। फैक्ट्री से यह बेसन पैकिंग में जाता है। हर दिन प्रदेश में करीब 5 हजार किलाे बेसन सप्लाई किया जा रहा है। बेसन तैयार करने के लिए दुकानदारों और व्यापारियों से दाे दिन का समय मांगा जाता है। ताकि मिलावटी के लिए चावल की किनकी और बाजरा समय रहते हुए खरीदा जा सके।
250 वर्गगज में टिनशेड से बनी फैक्ट्री, 30 किलाे में कर रहे पैकिंग, 16 हजार किलो बेसन और 538 बोरियां जब्त कीं
राजधानी से 26 किमी दूर बस्सी के इंडस्ट्रीयल एरिया में 250 वर्गगज के प्लाट में टिनशेड के अंदर छाेटी लाल लकड़ा बेसन की फैक्ट्री चल रही थी। टिनशेड के नीचे कुछ क्षेत्र में दाल पीसने की मशीनें लगी हैं। अाधी जगह में दाल के कट्टे की धांग लगी हैं। बाकी जगह दाल में मिलाने के लिए चावल की किनकी, बाजरे के कट्टों का ढेर लगा है।
दाल पीसने वाली मशीनों में मजदूर दाल के साथ चावल की घटिया किनकी-बाजरे के कट्टे एक के बाद एक मशीन की घाण में डाले रहे थे। मिलावटी बेसन तैयार कर मजदूर पैकिंग कर रहे थे। राजस्थान के जिलाें में सप्लाई के लिए गेट का बाहर लाेडिंग गाड़ियां खड़ी थी। अचानक खाद्य सुरक्षा टीम पहुंचती है। फैक्ट्री का गेट खुलवाती है ताे कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई और इधर-उधर भागने लग गए।
अटूट विश्वास नहीं यह तो विश्वासघात है
बेसन के कट्टों पर लिखा ‘100 वर्षों का अटूट विश्वास। यहां उपभाेक्ताओं के साथ विश्वासघात हो रहा था। फैक्ट्री हैल्दी फूड्स के नाम से रजिस्टर्ड है। बेसन छोटीलाल लकड़ा ब्रांड मोतिया बेसन नाम से बेचा जा रहा था।
ऐसे बना रहे थे मिलावटी बेसन
माैके पर उपस्थित मीडिया टीम काे अधिकारियों और मजूदरों ने बताया कि 400 किलाे बेसन में 100 किलाे चावल की किनकी और बाजरा मिलाया जा रहा है। चावल की सबसे घटिया किनकी है, जाे पशुआहार में काम आती है। किनकी 20 रुपए किलाे में खरीदी जाती थी, जिसे दाल मिलाया जा रहा था। माैके पर चावल की किनकी के करीब 16 कट्टे मिले हैं।