मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को आवंटित सरकारी बंगला निरस्त:पिछले साल हुआ था आवंटन; बंगले में पहले से रह रहा भैरोंसिंह शेखावत का परिवार
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को आवंटित सरकारी बंगला निरस्त:पिछले साल हुआ था आवंटन; बंगले में पहले से रह रहा भैरोंसिंह शेखावत का परिवार

जयपुर : किरोड़ीलाल मीणा को आवंटित सरकारी बंगले का आवंटन सरकार ने निरस्त कर दिया हैं। उन्हें फरवरी 2024 में सिविल लाइन्स स्थिति बंगला नम्बर-14 आवंटित किया गया था। लेकिन इस बंगले में पहले से पूर्व राष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत का परिवार रह रहा हैं। ऐसे में किरोड़ी इस बंगले में शिफ्ट नहीं हो सके।
लेकिन अब एक साल बाद सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने इस बंगले के आवंटन को निरस्त कर दिया। किरोड़ी सरकार में मंत्री बनने के बाद से ही अपने निजी आवास में रह रहे हैं।
सरकारी गाड़ी किरोड़ी ने छोड़ दी थी
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद किरोड़ीलाल मीणा ने अपने मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने की जानकारी उन्होंने जयपुर में 4 जुलाई 2024 को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मीडिया को दी थी।
उन्होंने कहा था कि मैंने मुख्यमंत्री को 8 और 25 जून को इस्तीफा भेजा था, लेकिन उन्होंने मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। उसके बाद मैंने उनका इस्तीफा मिलकर दिया। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी सरकारी गाड़ी भी छोड़ दी थी।
इसके बाद से लगातार किरोड़ीलाल मीणा अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते रहे है। पिछले महीने ही उन्होंने सरकार पर टैपिंग कराने का आरोप लगाया। किरोड़ी ने कहा कि— सरकार मेरी जासूसी करा रही है और फौन टैप हो रहे है।
फोन टैपिंग विवाद की पूरी कहानी, जानें 4 पॉइंट्स में.. 1. मंत्री ने कहा- मेरा फोन टैप किया जा रहा
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने जयपुर के आमागढ़ मंदिर में कहा था- मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे, 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो, तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है, मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
2. विपक्ष ने विधानसभा में हंगामा किया था
किरोड़ी के आरोपों को लेकर विपक्ष ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- “या तो मुख्यमंत्री सदन में स्पष्टीकरण दें और जांच करवाएं या फिर मंत्री को पद से हटा दें।”
3. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने किरोड़ी को नोटिस भेजा था
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने 10 फरवरी को किरोड़ी को नोटिस भेजा। नोटिस में कहा- सार्वजनिक रूप से भाजपा सरकार पर फोन टैप का असत्य आरोप लगाकर पार्टी की प्रतिष्ठा धूमिल की है।
4. नोटिस पर किरोड़ी का जवाब, कहा था- मुझसे गलती हुई
12 फरवरी को किरोड़ी ने कहा- मुझसे गलती हुई है और नोटिस के जवाब में मैंने स्वीकारा है। फोन टैप का इनपुट मिला था। मैंने मीडिया से नहीं, सामाजिक कार्यक्रम में बात कही थी, जिसे किसी ने वायरल कर दिया। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।