इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बाद झुंझुनूं में बोले मंत्री
दादी कोई अपमानजनक शब्द नहीं, पार्टी का निर्णय मानने को तैयार हूं -गहलोत

झुंझुनूं : विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बाद रविवार को झुंझुनूं आए मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि उन्होंने इन्दिरा गांधी को लेकर कोई अपमानजनक शब्द नहीं कहे हैं। इंदिरा गांधी हमारी समाननीय हैं। हमारे परिवार में जो बुजुर्ग हैं, क्या उन्हें हम दादा दादी, माता-पिता, ताऊ-ताई नहीं बोलते। यह समानजनक शब्द है, हमारी हिन्दी डिक्शनरी में भी और हमारे परिवार के बोलचाल में भी। जिले के प्रभारी मंत्री गहलोत ने झुंझुनूं में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इंदिरा गांधी कांगेस की बड़ी नेता रही है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खुद मंच से लगातार कहते हैं कि हमारी दादी ने देश के लिए बलिदान दिया है। मैंने भी वही शब्द इस्तेमाल किया है। बेवजह बातों को तूल देने के लिए लिए इस तरह के आरोप लगाए जा रहे है। मंत्री ने कहा कि मैंने कोई भी असमानजनक शब्द नहीं कहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार की ओर से इंदिरा गांधी के नाम पर की गई घोषणा के बावजूद फंड जारी नहीं किया गया था। यदि कांग्रेस को मेरे द्वारा प्रयोग किए गए शब्द से आपत्ति है और यदि असंसदीय माना जाता है, तो उसे विधानसभा की कार्रवाई से हटा दिया जाए। मेरी पार्टी और विधायक दल के नेता जो भी निर्णय लेंगे, मैं उसे मानने को तैयार हूं। हमारा प्रयास विपक्ष को साथ लेकर चलने का है, ताकि आमजन से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके। रही बात विधायकों के निलंबन की तो वह विधानसभा की कार्यवाही बाधित कर रहे थे, इसलिए उन्हें विधानसभा से निलंबित किया गया है।