जोधपुर हनीट्रैप मामले की मास्टरमाइंड पहले चोर थी:पति को पीटती, परेशान होकर सुसाइड किया था; डेढ़ साल पहले बॉयफ्रेंड के साथ शुरू की गैंग
जोधपुर हनीट्रैप मामले की मास्टरमाइंड पहले चोर थी:पति को पीटती, परेशान होकर सुसाइड किया था; डेढ़ साल पहले बॉयफ्रेंड के साथ शुरू की गैंग

जोधपुर : चेन्नई के व्यापारी को किडनैप करवा कर हनी ट्रैप में फंसाने वाली मास्टरमाइंड लीला पहले चोर थी। बार-बार पकड़े जाने के कारण उसने क्राइम प्रोफेशन बदलने का प्लान बनाया। अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर हनी ट्रैप गैंग बनाई।
लीला ने व्यापारी के सामने खुद को मजबूर बताया था। पति की मौत के बाद अकेली और असहाय होने का नाटक किया था। जबकि कहानी कुछ और थी, डेढ़ पहले पति ने लीला से परेशान होकर सुसाइड कर लिया था। वह उसे पीटती थी और अपने कामों में दखलंदाजी न करने की धमकियां देती थी।

पढ़िए सूने मकानों में चोरी करने वाली लीला कैसे बनी हनी ट्रैप की मास्टरमाइंड …
पहले पढ़िए कैसे हुआ गैंग का खुलासा
विवेक विहार SHO दिलीप खदाव ने बताया- 17 फरवरी को विवेक विहार थाने में एक युवक का कॉल आया था। उसने बताया कि चेन्नई से आए उसके एक रिश्तेदार को जोधपुर में कुछ लोगों ने किडनैप किया है। ये आरोपी वीडियो कॉल कर रिश्तेदार की पत्नी को डरा-धमका रहे हैं और 10 लाख रुपयों की डिमांड कर रहे हैं।
पुलिस ने युवक से कालिंग नंबर लिए और लोकेशन ट्रेस कर विवेक विहार इलाके से कार में 4 आरोपियों को पकड़ा। ये लोग पीड़ित के साथ कार में ही मारपीट कर रहे थे। पुलिस ने ही चेन्नई से आए व्यापारी को छुड़वाया।
पुलिस ने इस मामले में गैंग की सरगना लीला (36) पत्नी महेंद्र चौधरी निवासी झुझंडा, प्रहलाद (35) उर्फ मांगीलाल बिश्नोई निवासी खेतासर (ओसियां), सुभाष चंद्र (29) निवासी नोखड़ा भाटियान और रविंद्र नाथ उर्फ प्रवीण (27) निवासी गठिया पुलिस थाना गोटन को गिरफ्तार किया।

पति ने समझाया था, नहीं मानी
SHO दिलीप खदाव ने बताया- पूछताछ में सामने आया कि लीला पिछले 4 साल से प्रवीण के संपर्क में थी। इसके चलते उसका पति महेंद्र चौधरी काफी परेशान रहता था। उसने लीला को कई बार समझाया था कि क्राइम का रास्ता छोड़ दे। लेकिन, वो मानी नहीं।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि लीला कई बार पति के साथ मारपीट भी कर चुकी थी। उसने पति से तलाक लेने की बात भी कही थी। इसके बाद तलाक देने की एवज में लीला ने पति महेंद्र से 5 लाख रुपए और एक बोलेरो गाड़ी ले ली थी। इसके बाद भी पति को तलाक नहीं दिया और उस पर और पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगी थी।
पति ने परेशान होकर कर लिया था सुसाइड
SHO दिलीप खदाव ने बताया- लीला की हरकतों से परेशान होकर उसके पति ने करीब डेढ़ साल पहले सल्फास की गोलियां खाकर सुसाइड कर लिया था। इस मामले में लीला और उसके प्रेमी प्रवीण के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों को लेकर मामला भी दर्ज करवाया गया था। इसमें दोनों करीब 4 माह तक जेल में रहे। बाद में जमानत पर छूटे थे।

चोरी छोड़ हनीट्रैप का प्लान बनाया
इसी के बाद लीला और प्रवीण ने मिलकर हनीट्रैप गैंग बनाने का प्लान बनाया। इस मामले में जेल जाने के बाद महिला ने चोरी की बजाय हनी ट्रैप करने का प्लान बनाया। इसके लिए लीला और प्रवीण ने प्रह्लाद और सुभाष को भी साथ जोड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि लीला सोशल मीडिया और वॉट्सऐप ग्रुपों में दोस्ती करने वाले मैसेज सर्कुलेट करवाती थी।
इसमें कॉलिंग और रियल मीट (मुलाकात) जैसे मैसेज होते थे। इसी ग्रुप में लीला और उसकी गैंग ने व्यापारियों और अमीर युवाओं को जोड़ दिया था। लीला रात में उनसे बात करती और मिलने बुलाती थी। इसके झांसे में आया व्यक्ति मिलने पहुंचता तो गैंग मेंबर उसे किडनैप कर लेते और मारपीट कर रुपयों की डिमांड करते थे। बदनामी के डर से कोई पुलिस में मामला भी दर्ज नहीं करवाता था। इसकी वजह से लीला और उसकी गैंग का साहस बढ़ता गया।
लूट के पैसों में गोवा घूमने जाती थी
SHO दिलीप खदाव ने बताया- पूछताछ में सामने आया कि लीला की हनीट्रैप गैंग ने राजस्थान से बाहर के बड़े व्यापारियों को फांसने का प्लान बनाया। लीला की गैंग सोशल मीडिया खंगाल कर नए टारगेट ढूंढती और लीला उनसे चैट के जरिए संपर्क साधती थी। इसके बाद मिलने के लिए राजस्थान (जोधपुर) बुलाती और लूट कर लेती। शिकार से पैसे लूटने के बाद अपने बॉयफ्रेंड प्रवीण के साथ गोवा और मुंबई घूमने के लिए भी जाती थी।
चेन्नई के जिस व्यापारी को आरोपी महिला लीला चौधरी ने अपना शिकार बनाया उससे पिछले करीब तीन माह से संपर्क में थी। उसे अपने पति की मौत के बाद अकेली और मजबूर होना बताकर करीब 3 लाख रुपए ले चुकी थी। इसके बाद भी उससे ओर रुपए लूटने के लिए मिलने के लिए बुलाया था।

चोर हुआ करती थी हनीट्रैप गैंग की मास्टमाइंड
SHO दिलीप खदाव ने बताया- लीला के पिछले पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2023 सितंबर माह में चौपासनी थाने की पुलिस ने नकबजन गैंग का खुलासा किया था। इसमें आरोपी लीला अपने 3 अन्य साथियों के साथ पकड़ी गई थी। इनमें से गिरफ्तार 2 आरोपी कुड़ी थाने के हिस्ट्रीशीटर थे। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 7 मोबाइल, 23 सिम, 1 डोंगल सहित नकबजनी की वारदात में उपयोग की कार भी जब्त की थी। पुलिस पूछताछ में चौपासनी थाना क्षेत्र की 7 चोरी की वारदातों का खुलासा भी हुआ था।
पुलिस ने उस समय में हिम्मत सिंह पुत्र राम सिंह रावणा राजपूत निवासी नवदुर्गा कॉलोनी झालामंड, कपिल पुत्र सागरमल शर्मा, निवासी कुड़ी हाउसिंग बोर्ड, प्रवीण नाथ पुत्र संतोष नाथ निवासी रायको का बास घंटिया पुलिस थाना गोटन, हाल गोकुलधाम सोसायटी कुड़ी को गिरफ्तार किया था।
चोरी के बाद सिम तोड़कर फेंक देते थे
SHO दिलीप खदाव ने बताया- आरोपी लीला के साथ कार से दिन के समय कॉलोनी में घूम कर रेकी करते थे। जिन मकानों के ताले लगे हुए थे उन्हें चिह्नित करके रात के समय चोरी की वारदात करते थे। वारदात के लिए आरोपी अलग-अलग मोबाइल फोन और सिम कार्ड काम लेते थे। इसके बाद प्रवीण और लीला के गोकुलधाम सोसाइटी कुड़ी भगतासनी किराए के फ्लैट पर ही माल का बंटवारा होता था। लीला-प्रवीण और साथी गैंग के लोग जिस जगह पर चोरी की वारदात को अंजाम देते। वहां उपयोग में ली हुई सिम को तोड़ कर फेंक देते थे। ताकि पुलिस लोकेशन ट्रेस न कर पाए।