बेटी को घोड़ी पर बैठाकर निकाली बिंदौरी, जमकर लगाए दुल्हन ने ठुमके
दुल्हन को घोडी पर बैठाकर बिंदौरी निकाल समाज को बेटा-बेटी एक समान व बेटी बचाओं बेटी पढाओं का संदेश दिया है।
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सिंघाना : युवा पीढ़ी की लड़कियां अब घूंघट और बुर्के का पर्दा हटा कर अब बेटों के साथ ही बेटियां भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। शादी ब्याह में जो रस्मो रिवाज लड़के के लिए किए जाते हैं वो अब लड़कियों में भी किए जाने लगे हैं। बदलाव की यह बयार कई समाजो में देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक मामला सिंघाना के निकटवर्ती गांव ढाणा में सामने आया है, यहां जांगीड समाज की बेटी की शादी में उसे घोड़ी पर बिठाकर उसकी बिंदौरी निकाली गई। इस बदलाव से दुल्हन भी खुश हुई कि वह घोड़ी पर बैठे-बैठे नाचने लगी। ढाणा निवासी संजय जांगीड की बेटी खुशबु जांगीड की शादी के दौरान यह तस्वीर देखने को मिली।
खुशबु की 18 फरवरी को शादी है। शुक्रवार देर रात्री को खुशबु को घोड़ी पर बिठाकर उसकी तेल बिंदौरी निकाली गई। उसकी बिंदौरि घोड़ी पर बिठाकर ढाणा गांव के मुख्य मार्गो से निकाली गई। बिंदौरी में खुशबु के परिजन नाचते गाते हुए चल रहे थे। वहीं खुद खुशबु भी घोड़ी पर बैठकर इस सुनहरे पल का आनंद लेती हुई नजर आई। खुशबु की शादी से पहले तेल बिंदौली की परंपरा की इस नई पहल का सभी ने खुलकर स्वागत किया। संजय जांगीड ने अपनी पुत्री को घोडी पर बैठाकर बिंदौरी निकाल समाज को बेटा-बेटी एक समान व बेटी बचाओं बेटी पढाओं का संदेश दिया है।