खिरोड़ को नगरपालिका बनाने की मांग को लेकर सर्व समाज की सभा आयोजित
“अब वक्त आ गया है कि खिरोड़ को उसका हक मिले!” – राजेश कटेवा, भाजपा व किसान नेता

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : खिरोड़ ग्राम पंचायत के गणगौरी चौक में एक महत्वपूर्ण सभा का आयोजन किया गया, जिसमें खिरोड़ को नगरपालिका का दर्जा देने की मांग पर विस्तृत चर्चा हुई। इस सभा में न केवल खिरोड़ ग्रामवासी बल्कि विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए, जिन्होंने खिरोड़ को नगर पालिका बनाने की मांग को मजबूती से समर्थन दिया।
भाजपा व किसान नेता राजेश कटेवा ने सभा की अगुवाई की। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अब वक्त आ गया है कि खिरोड़ को उसका हक मिले। नगरपालिका बनने से खिरोड़ का समग्र विकास संभव होगा। इससे ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा। खिरोड़ को नगरपालिका का दर्जा मिलना न केवल यहां के विकास के लिए, बल्कि क्षेत्र की समृद्धि के लिए भी अहम होगा।”
कटेवा ने बताया कि सरकार और प्रशासन खिरोड़ ग्राम पंचायत को तीन-चार भागों में विभाजित करना चाहते हैं, जो नुकसानदायक होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 25,000 की आबादी वाली इस ग्राम पंचायत को नगर पालिका बनाकर समग्र विकास किया जाना चाहिए। इस संबंध में विधायक विक्रम सिंह से आग्रह किया गया है कि वे मार्च 2025 के बजट में खिरोड़ को नगर पालिका बनाने का प्रस्ताव रखें।
सभा में उपस्थित लोगों ने अपनी आवाज बुलंद की और खिरोड़ को नगरपालिका बनाने की मांग को लेकर स्थानीय विधायक विक्रम सिंह जाखल व सरकार से जल्द कदम उठाने की अपील की। ग्रामीणों ने यह भी संकल्प लिया कि वे इस संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे और जब तक खिरोड़ को नगरपालिका का दर्जा नहीं मिल जाता, तब तक पंचायत का विभाजन नहीं करने देंगे ।
बैठक में निर्णय लिया गया की लगभग 100 से 200 ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने के लिए तैयार किया जाएगा। पूर्व सरपंच सतीश कुमार भींचर ने क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ने का सुझाव दिया। शुक्रवार को बालाजी मंदिर में सुबह 11 बजे एक कमेटी का गठन कर प्रशासन के समक्ष ग्राम पंचायत के विभाजन के विरोध में आपत्ति दर्ज कराई जाएगी।
सभा में कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें नथमल मीणा, मूलसिंह, सतीश (पूर्व सरपंच), चौथमल, कुलदीप, गोरुराम ख्यालिया (पूर्व सरपंच), बीरखल गढवाल, कृष्णमान्त शर्मा, बीरबल, हबीब व्यापारी, अशोक मिठारवाल, पेमाराम गीला, जगदीश पायल, हरीसिंह मानवा, होशियार कटेवा, विजेन्द्र गढवाल, शुभकरण सुण्डा, प्रहलाद धानिया सहित कई ग्रामवासी उपस्थित थे।
इस सभा ने खिरोड़ के भविष्य को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाई और यह दिखाया कि ग्रामीण एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर दृढ़ नायक बने हुए हैं। यह आंदोलन खिरोड़ को नगरपालिका का दर्जा मिलने तक जारी रहेगा।
सभा के अंत में नेताओं और ग्रामीणों ने इस संघर्ष को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई और एकजुटता से इस आंदोलन को तेज़ी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।