स्कूल के भामाशाही गेट को तोड़ने पर ग्रामीणों में रोष:मानपुरा में 22 साल पुराने गेट को हटाने का विरोध, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
स्कूल के भामाशाही गेट को तोड़ने पर ग्रामीणों में रोष:मानपुरा में 22 साल पुराने गेट को हटाने का विरोध, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सादुलपुर : राजस्थान के सादुलपुर के मानपुरा गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल के मुख्य गेट को कुछ लोगों द्वारा हटा दिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। यह गेट 22 साल पहले गांव के भामाशाह हेतराम, मनीराम और हरदत राम ने अपने पिता भींवाराम की याद में लगवाया था।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि साल 2001 में जब प्राथमिक स्कूल उच्च प्राथमिक स्कूल में क्रमोन्नत हुआ तो स्कूल में मुख्य गेट नहीं था। इससे आवारा पशुओं का प्रवेश होता था और स्कूल परिसर में गंदगी फैलती थी। 26 जनवरी 2001 को तत्कालीन प्रधानाध्यापक नेतराम के आग्रह पर गांव के भामाशाहों ने अपने खर्च पर गेट लगवाया था।
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ लोगों ने राजनीतिक रंजिश के चलते मरम्मत के बहाने गेट को हटा दिया है। इस मामले में ग्रामीणों ने एसडीएम वीनू वर्मा को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार भामाशाहों को विकास कार्यों में योगदान के लिए प्रेरित करती है, लेकिन इस तरह की घटनाओं से भामाशाहों का मनोबल गिरता है और भविष्य में वे विकास कार्यों में सहयोग करने से हिचकेंगे। उन्होंने गेट को वापस लगाने की मांग की है। इस दौरान दलीप मान,ज्ञाना राम ,महेंद्र सिंग मोहरसिंग और शीशराम समेत अन्य लोग मौजूद थे।