नशामुक्त समाज के लिए तेरापंथी साध्वियों का प्रयास:25 किमी पदयात्रा कर साध्वी शुभ प्रभा ने दिया संस्कार और नशामुक्ति का संदेश
नशामुक्त समाज के लिए तेरापंथी साध्वियों का प्रयास:25 किमी पदयात्रा कर साध्वी शुभ प्रभा ने दिया संस्कार और नशामुक्ति का संदेश

सादुलपुर : राजस्थान के राजगढ़ की बेटी एवं तेरापंथी साध्वी डॉ. शुभ प्रभा ने गुरुवार को हरियाणा सीमा पर स्थित राजस्थान के गांव गोठयां बड़ी में कहा कि ग्रामीण परिवेश को सुसंस्कृत और नशामुक्त बनाने के लिए समन्वित प्रयास किए जाने चाहिए। साध्वी वृंद ने प्रातः 25 किलोमीटर की पदयात्रा की और दो घंटे विश्राम के बाद हरियाणा के गांव झुंपा में प्रवेश किया।
साध्वी शुभ प्रभा ने बताया कि वर्तमान में संस्कार निर्माण और नशामुक्ति सबसे बड़ी आवश्यकता है। इसके लिए तेरापंथी आचार्यों के प्रयास निरंतर जारी हैं और उनके साधु-साध्वी पदयात्रा के माध्यम से यह संदेश जन-जन तक पहुंचा रहे हैं। कार्यक्रम में साध्वी कांति यशा ने जन्मभूमि और संत महत्ता से संबंधित गीतिका प्रस्तुत की।
इससे एक दिन पूर्व बुधवार को जसकरण सुराणा हवेली में साध्वियों को अध्यात्म वंदना के साथ विदाई दी गई, जहां साध्वी डॉ. शुभ प्रभा और साध्वी अन्यन प्रभा ने तत्वज्ञान, नव तत्व और जीवन विज्ञान का संदेश दिया। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को अध्यात्म धर्म से जुड़े संकल्प भी करवाए। उल्लेखनीय है कि साध्वी डॉ. शुभ प्रभा और साध्वी कांति यशा का अपनी जन्मभूमि राजगढ़ में लगभग 15 दिवसीय अध्यात्म प्रवास रहा।