झुंझुनूं में पटवारियों की हड़ताल, लोगों के कामकाज अटके:प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी, बोले- सरकार जल्दी करें फैसला
झुंझुनूं में पटवारियों की हड़ताल, लोगों के कामकाज अटके:प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी, बोले- सरकार जल्दी करें फैसला

झुंझुनूं : झुंझुनूं में पटवारियों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। गिरदावरी ऐप में संशोधन, डीपीसी की प्रक्रिया पूरी कराने सहित 10 सूत्री को मांगों को लेकर 13 दिसंबर से पटवारी कार्य बहिष्कार कर धरने पर हैं।
पटवारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लगातार अनदेखा कर रही है। जिससे उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन को प्रदेश स्तर पर ले जाया जाएगा। पटवारियों ने राजधानी जयपुर में बड़े आंदोलन की तैयारी की संभावना भी जताई है।
पटवार संघ के जिलाध्यक्ष होशियार सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से इस मामले पर अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे पटवारियों में नाराजगी बढ़ रही है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन को तेज किया जाएगा।
इधर, हड़ताल के कारण लोगों को गिरदावरी, नामांतरण, जाति प्रमाण पत्र, जमीन का सीमा ज्ञान सहित अन्य कामों के लिए परेशान होना पड़ रहा हैं।
यह है प्रमुख मांगें
पटवारियों की प्रमुख मांगों में गिरदावरी ऐप में संशोधन करवाना व सरकार द्वारा बनाए गए ऐप में सर्वेयर की नियुक्ति नहीं करवाना मुख्य मांग है। इनके अलावा भू-अभिलेख निरीक्षक पद की डीपीसी और भू-अभिलेख निरीक्षक पद से नायक तहसीलदार पद की डीपीसी जो लंबित पड़ी है, उसका जल्द निस्तारण करने, 752 भू-अभिलेख निरीक्षक के नए पदों के सूजन के लिए पत्रावली एक साल से पेंडिंग पड़ी है, जिसे जल्द क्लियर करने और नए पद सृजित करने, पटवार भवनों में फर्नीचर, लेपटॉप, कंप्यूटर, प्रिंटर सहित अन्य सुविधाएं देने और पटवार मंडलों की संख्या बढ़ाने, नायब तहसीलदार से तहसीलदार के पद पर की जाने वाली पदोत्रति में कोटा बढ़ाने, हार्ड ड्यूटी भत्ता 2500 से बढ़ाकर 5 हजार व स्टेशनरी भत्ता 400 से बढ़ाकर 1000 रुपए करने की मांग शामिल हैं।