चली चली रे पतंग मेरी चली रे….!
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मकर संक्रांति पर्व, आसमान में रंग-बिरंगी पतंगों का मेला

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : मकर संक्रांति का पर्व इस बार भी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय के समय घना कोहरा छाया रहा, जिससे आसमान में कोई विशेष गतिविधि नहीं देखी गई। हालांकि, जैसे ही दिन चढ़ा और हवा चली, आसमान में पतंगबाजी का सिलसिला शुरू हो गया, और कुछ ही देर में आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर गया।
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की गई। भक्तगण सुबह से ही अपने परिवार के साथ मंदिरों में पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान से आशीर्वाद लिया और दान-पुण्य किया। मकर संक्रांति का पर्व विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने का समय होता है, और इस दिन विशेष रूप से अनाज, वस्त्र और पैसे का दान किया जात…