झुंझुनूं में शेखावाटी के पहले इस्कॉन मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर
दस करोड़ की लागत से तीन साल में बनकर तैयार होगा इस्कॉन मंदिर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : दुनिया के 120 देशों में 800 से अधिक मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र स्थापित होने के बाद अब इस्कॉन मंदिर व सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कार्य शेखावाटी के झुंझुनूं में तिवारी की बगीची, फौज का मौहल्ला, मोदियों की जाॅव में प्रगति पर है। रविवार अपराहन 4:00 बजे श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्था की ओर से मंदिर के समीप जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण के पश्चात अनिल केड़िया, पवन अग्रवाल गुढ्ढावाला, श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्था के ट्रस्टी श्रवण केजडीवाल, परमेश्वर हलवाई, डॉक्टर डीएन तुलस्यान, सीए पवन केडिया सहित अन्य जन में अनिल केड़िया, पवन अग्रवाल गुढ्ढावाला एवं राधेश्याम मोरवाल ने निर्माणाधीन इस्कॉन मंदिर का अवलोकन किया।
इस्कॉन मंदिर के हरि भक्त राधा मदन मोहन दास, नवीन कांति दास एवं मधुसूदन दास ने बताया कि इस्कॉन के पूरे विश्व में खूबसूरत मंदिर है। लाखों-करोड़ों भक्त आते है। शेखावाटी की पावन धरा पर इस्कॉन मंदिर की स्थापना यहां के आध्यात्म व सनातन संस्कृति को नई दिशा देगा। उन्होने बताया कि झुंझुनूं में शेखावाटी का पहला इस्कॉन मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र श्री श्री राधा मदन गोपाल गौर हरि मन्दिर तीन साल में करीब दस करोड़ रूपए की लागत से स्थापित होगा। इसके निर्माण में काफी दानदाता आगे आ रहे है। यहां पर ईस्कान के भक्तो द्वारा वैदिक साहित्य का प्रचार प्रसार और वितरण होगा। भोजन-प्रसाद, सत्संग, प्रवचन, गीता पाठ और बच्चों के लिए सांस्कृतिक केंद्र होगा। सांस्कृतिक केंद्र में बच्चों को सनातन संस्कृति के करीब लाया जाएगा। मोबाइल और पाश्वचात्य संस्कृति से दूरी बनाते हुए उन्हें हमारी प्राचीन सनातन संस्कृति से रूबरू करवाया जाएगा। विदित है कि इस मंदिर का भूमि पूजन 10 मई 2024 को किया गया था आज के दिवस में मन्दिर का प्रथम तल की स्लैब का कार्य चल रहा है।
इस्कॉन मंदिर की ओर से सभी उपस्थित जन को गीता की किताब भेंट की गई एवं नित्य सेवा निस्वार्थ सेवा फॉर्म भेंट किया गया।
इस्कॉन मंदिर के हरि भक्त राधा मदन मोहन दास एवं नवीन कांति दास ने बताया कि मुट्ठी भर चावल के बदले श्री कृष्ण ने बिना आग्रह ही सुदामा को धन वैभव से परिपूर्ण कर दिया था। अब यह अवसर झुंझुनूं के हरि भक्त भी पा सकते हैं, इसके लिए मंदिर निर्माण में मासिक दान देकर सुदामा सेवक बन सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रथम चरण का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है द्वितीय चरण निर्माणाधीन है जिसके लिए सभी उदारमना दानदाता भामाशाहों से सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि नित्य सेवा हर व्यक्ति के लिए निस्वार्थ दान कार्यक्रम है, जो इस्कॉन झुंझुनू से जुड़े हैं या जुड़ने के इच्छुक है। सभी दान राशि का उपयोग श्री श्री राधा मदनगोपाल गौर हरि भोग, वैष्णव सेवा, प्रसाद वितरण, प्रचार कार्यक्रम, उत्सव आयोजन, मंदिर की देखभाल एवं मंदिर निर्माण के उपयोग में किया जाएगा।