सीकर में इंडिया गठबंधन की बैठक:सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला यथावत रखने की मांग, बोले- सड़कों पर उतरेगा गठबंधन
सीकर में इंडिया गठबंधन की बैठक:सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला यथावत रखने की मांग, बोले- सड़कों पर उतरेगा गठबंधन

सीकर : सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला यथावत रखने की मांग को लेकर आज सीकर के किशन सिंह ढाका भवन में इंडिया गठबंधन की बैठक हुई। बैठक में इंडिया गठबंधन के पदाधिकारियों ने 2 जनवरी को दोपहर 12 बजे सीकर के प्रधानजी का जाव में इंडिया गठबंधन से जुड़े सभी संगठनों की सभा बुलाने का निर्णय लिया।
माकपा के जिला सचिव पूर्व विधायक पेमाराम व कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला ने साझा बयान जारी कर कहा- भाजपा की निकम्मी, युवा विरोधी और किसान विरोधी सरकार ने सीकर से संभाग और नीमकाथाना से जिले का दर्जा छीन लिया है। शेखावाटी के लोगों ने संघर्ष कर सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला बनाया था। भाजपा सरकार ने इसे निरस्त कर दिया, जिससे शेखावटी के लोगों की सालों पुरानी मांग व अरमानों पर पानी फिर गया। इससे लोगों में भारी आक्रोश है।

भाजपा का होगा तख्तापलट
इसके लिए इंडिया गठबंधन ने निर्णय लिया है कि वह सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा और आंदोलन करेगा। इंडिया गठबंधन ने 2 जनवरी को संभाग के तीनों सांसदों, विधायकों, बार संगठनों, छात्र व युवा संगठनों, व्यापार मंडलों, कर्मचारी संगठनों, किसानों सहित सभी तबके के लोगों को सभा में बुलाया है ताकि सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जा सकें। इस सभा में आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी और चरणों की घोषणा की जाएगी। आगे की रणनीति बनाकर भाजपा सरकार का तख्तापलट किया जाएगा।
बैठक में कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनीता गठाला, माकपा नेता एडवोकेट सूरजभान सिंह, माकपा जिला सचिव पूर्व विधायक पेमाराम, माकपा राज्य सचिव किशन पारीक, सागर खाचरिया, राम रतन बगड़िया, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र गठाला, सुरेश थालोड़,सुरेंद्र आंतरी, झाबर ओला, सुरेंद्र पिलानिया, एडवोकेट बनवारी बाजिया सहित कई लोग मौजूद रहे।
SFI सड़कों पर उतरेगी
सीकर शहर SFI के महासचिव दाऊद खान ने बयान जारी कर कहा- राजस्थान सरकार विकास तो नहीं विनाश जरूर कर रही है। मोदी जी नाम बदल रहें और राज्य की डबल इंजन पर्ची सरकार संभाग व जिले निरस्त करने में लगी हुई है। भजनलाल सरकार ने सीकर को संभाग निरस्त कर दो दशक पीछे धकेल दिया है, जिसका खामियाजा इस डबल इंजन सरकार को भुगतना पड़ेगा। इसके लिए एसएफआई सड़कों पर उतरेगा।