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बगड़ की उर्मिला ने जुड़वां प्रीमेच्योर बेटियों को दिया जन्म तो माँ योजना बनी सहारा सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने अस्पताल पहुंच कर स्वस्थ नवजात बेटियों किया घर विदा


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बगड़ की उर्मिला ने जुड़वां प्रीमेच्योर बेटियों को दिया जन्म तो माँ योजना बनी सहारा सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने अस्पताल पहुंच कर स्वस्थ नवजात बेटियों किया घर विदा

बगड़ की उर्मिला ने जुड़वां प्रीमेच्योर बेटियों को दिया जन्म तो माँ योजना बनी सहारा सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने अस्पताल पहुंच कर स्वस्थ नवजात बेटियों किया घर विदा

झुंझुनूं : बगड़ निवासी दंपति के घर 1 दिसंबर को दो बेटियों के जन्म के साथ खुशियां तो आई लेकिन प्रीमेच्योर होने के कारण खुशियों में खलल पड़ गई। उर्मिला ने बताया कि 1 दिसंबर को झुंझुनूं शहर के एक निजी अस्पताल में डिलीवरी करवाई तो दो जुड़वा बेटियां पैदा हुई। घर में खुशी तो आई लेकिन डॉक्टर ने जैसे ही बताया कि दोनों बच्ची प्रीमेच्योर है यानि सात मासी है पहली बच्ची का वजन 1.25 किलो ग्राम है दूसरी का वजन 1.4 किलो ग्राम इन्हें सांस की दिक्कत है धड़कन कमजोर है नवजात शिशु इकाई की वार्मर मशीन में रखना होगा। उर्मिला के पति मोनू प्रकाश पता लगाया कि ऐसा इसका उपचार कहां पर हो सकता हैं और कितना महंगा है। मोनू प्रकाश को जानकारी करने पर पता चला कि बिना स्कीम के ईलाज करवाना संभव नहीं है क्योंकि ईलाज लंबा चलना है और महंगा है। इसलिए डिलीवरी तो बिना स्कीम के निजी अस्पताल में करवा ली लेकिन प्रीमेच्योर पैदा हुई बच्चियों का उपचार स्कीम से करवाना पड़ेगा तो उसे पता चला कि शहर के एक निजी हॉस्पिटल झुंझुनूं में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में बेटियों का ईलाज संभव है क्योंकि वह योजना में ईलाज के लिए अधिकृत है। फिर मोनू प्रकाश और उर्मिला ने तुरन्त दोनों बेटियों को उस निजी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया।

नवजात एवं शिशु रोग डॉ पी एल काजला के सुपर विजन में लगातार ईलाज के बाद बेटियों की सेहत में सुधार होने लगा। पहली प्रीमेच्योर बच्ची का 15 दिन उपचार के बाद 1.25 किग्रा से 1.7 किग्रा तक हो कर स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई दूसरी बच्ची जो 1.4 किग्रा की थी को शनिवार को 1.8 किग्रा होने धड़कन सामान्य होने सांस सहित संपूर्ण रूप से ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने अस्पताल पहुंच कर बेटियों के जन्म और मा योजना में उनकी जान बचने पर दंपति को बधाई दी। उन्होंने बच्चियों का ईलाज करने वाले चिकित्सक डॉ पी एल काजला और उनकी टीम को भी बधाई देते हुए उनके कार्य की सराहना की। बच्चियों के पिता मोनू प्रकाश ने बताया कि हम बहुत खुश हैं कि हमारी बेटियों का 20 दिन तक सम्पूर्ण उपचार कैशलेश हुआ।

मा योजना से बची उर्मिला की नवजात बेटियों की जान, अब भी कोई वंचित है तो कराए अपना रजिस्ट्रेशन–सीएमएचओ डॉ गुर्जर
सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने शनिवार को निजी अस्पताल पहुंच कर प्रीमेच्योर पैदा हुई बच्चियों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से घर विदा किया । उन्होंने सभी जिलेवासियों से अपील की करते हुए बताया कि जिस तरह से उर्मिला और मोनू प्रकाश को अपनी बच्चियों के ईलाज के लिए बीमा की जरूरत पड़ी वैसे ही किसी भी नागरिक और उसके परिवार जनों को कभी भी ईलाज की जरूरत पड़ सकती है ऐसे में राज्य सरकार की मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना ही सहारा बनती है। उन्होंने बताया कि अपने जिले में 28 सरकारी एवं 45 निजी अस्पताल मा योजना से ईलाज के लिए अधिकृत है और जिले के 90 प्रतिशत से अधिक परिवार इसके दायरे में हैं शेष बचे परिवारों से मेरा आग्रह है वो भी योजना में अपना रजिस्ट्रेशन शीघ्र करवाए साथ ही अपने आयुष्मान कार्ड की ई केवाई सी भी करवाएं।

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