झुंझुनूं : झुंझुनूं के नयासर गांव में थार गाड़ी के कुचलने से हुई युवक की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मृतक को 1 करोड़ और घायलों को 50 लाख रुपए देने की मांग की है।
शहर की सबसे मुख्य सड़क एक नंबर रोड़ को जाम कर दिया। सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। सूचना के बाद एसडीएम हवासिंह, डिप्टी विरेन्द्र शर्मा मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से समझाइस कर रास्ता खुलवाने का प्रयास किया। रोड़ जाम करने से दोनों ओर वाहनों लंबी की कतार लग गई। इससे पहले ग्रामीण बीडीके अस्पताल की मोर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठ थे। बात नहीं बनने पर सड़क पर उतर आए।
धरने पर पूर्व मेंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा भी पहुंचे। डीवाईएफआई के जिलाध्यक्ष महिपाल ने कहा कि रेंटल कार वालों ने झुंझुनूं व आसपास के इलाकों में भयंकर आंतक मचा रखा है, किराए पर वाहन देने वालों का एक गिरोह काम कर रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन के गाड़िया दौड़ रही है।
इन पर नंबर नहीं है। नंबर प्लेट से लेकर चेचिस नंबर तक फर्जी है। नाबालिग बच्चे गाड़ियों को दौडा रहे है। पहले भी कई बार रेंटल गाडियां को मामले सामने आ चुके है। फिर भी पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे हुआ है। सांठगांठ करके मामले को दबाने को कोशिश की जा रही है। सरपंच रोशनलाल ने कहा जब हमारी मांग पूरी नहीं होगी धरने से नहीं उठेंगे।
बता दें कि सोमवार सुबह झुंझुनूं के सदर थाने क्षेत्र के नयासर गांव में एक तेज रफ्तार कार ने किराणे की दुकान पर बैठे 6 लोगां को रौंद दिया था। जिसमें पुष्पेंद्र नामक युवक की इलाज के दौरान जयपुर में मौत हो गई थी। दो लोगां को जयपुर में इलाज चल रहा है, जबकि तीन को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में चल रहा है।
ये है मांगे
मृतक युवक के परिजनों को एक करोड़ रूपए का मुआवजा, सरकारी नौकरी, आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने, 50-50 लाख रूपए घायलों के परिवार को देने, रेंटल चलाने वालों पर कार्यवाही की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए।