दारुल उलूम मदरसा सैयदना तोकीर उलूम मैं वार्षिक समारोह संपन्न हुआ
न हिंदू बनो न मुसलमान बनो सबसे पहले इंसान बनो*हजरत सैयद महम्मुद अशरफी, मुस्लिम धर्मगुरु

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर सैनिक बस्ती स्थित मदरसा दारुल उलूम तोकीर हसन चिश्ती का वार्षिक समारोह में मुस्लिम धर्मगुरु सैयद महमूद अशरफ ने कहा न हिंदू बनो न मुसलमान बनो पहले इंसान हो इंसान की औलाद बनो। इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता आपने कहा दिन और दुनिया दोनों की पढ़ाई जरूरी है जब ही जाकर हम कामयाब होंगे मदरसा से जिन छात्रों ने तालीम मुकम्मल की उनकी दस्तार बंदी की गई ।और उन्हें डिग्रियां प्रदान की गई 18 छात्रों को हाफिज, कारी, आलीम , की डिग्री से नवाजा गया ।आसपास के जिलों से आए हुए आलीमो ने शिरकत की उत्तर प्रदेश से आए मुफ्ती मोहम्मद मोइनुद्दीन अशरफी मिस्बाही ने अपनी तकरीर में रसूल अल्लाह सल्लल्हु वल्लम की सुन्नतों पर अमल करने को कहा।
इस अवसर पर हाजी सादुल्लाह खा, सदर हाजी उस्मान गनी दिलावर खानी, मुफ्ती सिकंदर ए आज़म, हाफिज अब्बास, मौलाना अब्दुल गफ्फार,हाजी जमालुद्दीन, मौलाना अनीस रजा, मोहम्मद अली पठान, सलीम खान सर्वा, मुख्तियार खान, नूर मोहम्मद खान, मोहिउद्दीन मास्टर, सलीम खान, साबिर खान, इदरीश खान, आदि सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे। जलसा देर रात्रि तक रहा। आखिरत में सलातो सलाम पढ़ा गया।और देश भर के लिए अमन चैन की दुआएं की गई कार्यक्रम का संचालन मौलाना अब्दुल गफ्फार ने किया।