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नवलगढ़ पुलिया बनाने मकान और दुकान तोड़ने का विरोध:बार संघ के अध्यक्ष बोले- बिना लीगल प्रोसेस के मकान तोड़े, मुआवजा दे सरकार


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नवलगढ़ पुलिया बनाने मकान और दुकान तोड़ने का विरोध:बार संघ के अध्यक्ष बोले- बिना लीगल प्रोसेस के मकान तोड़े, मुआवजा दे सरकार

नवलगढ़ पुलिया बनाने मकान और दुकान तोड़ने का विरोध:बार संघ के अध्यक्ष बोले- बिना लीगल प्रोसेस के मकान तोड़े, मुआवजा दे सरकार

सीकर : सीकर में नवलगढ़ पुलिया पर हटाए गए अवैध अतिक्रमण के विरोध में कलेक्ट्रेट के बाहर प्रभावितों का धरना 6वें दिन भी जारी रहा। प्रभावित हुए लोगों ने आज धरना स्थल से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

सीकर बार संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश गठाला ने कहा- नवलगढ़ पुलिया के पास जिला प्रशासन ने बिना लीगल प्रोसेस के मकान तोड़ दिए हैं। सैंकड़ों परिवार बेघर हो गए। वहां लोग 100 साल से बस रहे हैं और 80 साल पुराने पट्टे-रजिस्ट्री हैं। पिछले 80 साल में आज तक लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए सिंगल नोटिस नहीं दिया। लोग पुलिया बनाने के विरोध में नहीं है लेकिन प्रशासन ने जरूरत से ज्यादा मकान तोड़ दिए इसका विरोध कर रहे हैं।

जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपने आए लोग।
जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपने आए लोग।

अध्यक्ष ने कहा- किसी भी कार्रवाई को करने का एक लीगल प्रोसेस होता है और उस जगह को भी एक्वायर करना होता है। जिसके लिए सरकार मुआवजा देती है। लेकिन सरकार ने प्रभावितों को कोई मुआवजा नहीं दिया। जिला प्रशासन अब पुलिया के पास रहने वाले वाशिंदों को अतिकर्मी कह रहा है। सभी के पास रजिस्ट्री व पट्टे हैं।

बिजली-पानी का कनेक्शन है, इन्हें बिना कोई मौका दिए तीन-तीन मंजिला मकान तोड़ दिए गए। हमारी मांग है कि जो अधिकारी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और प्रभावितों को सहायता दी जाए अन्यथा आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।

आक्रोश रैली निकालते हुए प्रभावित लोग।
आक्रोश रैली निकालते हुए प्रभावित लोग।

आपको बता दें कि नवलगढ़ पुलिया फोरलेन और प्रोजेक्ट के लिए जिला प्रशासन द्वारा 27 दुकानों और 6 मकान को अतिक्रमण मानते हुए उन्हें नोटिस जारी करके 19 नवंबर की सुबह अतिक्रमण पर बुलडोजर चलवा दिया। प्रशासन ने अतिक्रमित जगह से अपना सामान हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था।

नवलगढ़ पुलिया फोरलेन प्रोजेक्ट के राज्य सरकार के द्वारा 83.01 करोड रुपए की स्वीकृति जारी की गई थी। इस प्रोजेक्ट का काम हरियाणा की धारीवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी करेगी। करीब 2 साल में पुलिया फोरलेन का काम पूरा हो जाएगा।

पुलिया फोरलेन होने के साथ ही दोनों तरफ फुटपाथ भी होगा। दोनों साइड से सीढ़ियां नीचे की तरफ जाएगी। जिससे कि लोगों को पैदल चलने के दौरान पुलिया पार करने के लिए पूरा रास्ता न तय करना पड़े। आपको बता दें कि नवलगढ़ पुलिया से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। सीकर शहर को यह रास्ता झुंझुनूं और दिल्ली से जोड़ता है। इसके साथ ही शहर में सबसे ज्यादा कोचिंग और स्कूल भी नवलगढ़ और पिपराली रोड पर संचालित होती है। इसलिए हजारों लोगों का आवागमन पुलिया से होता है। पुलिया के फोरलेन होने के दौरान पुरानी पुलिया पर ट्रैफिक जारी रहेगा।

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