झुंझुनूं : रोडवेज की हर बस अब कम से कम 400 किलोमीटर प्रतिदिन चलानी होगी। रोडवेज प्रशासन ने आय बढ़ाने और व्यवस्था में सुधार की कवायद को अमली जामा पहनाते हुए निर्णय लिया।
इससे कम संचालन पर संबंधित चालक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। औसत का भी ध्यान रखना होगा। रोडवेज चालक को 33 रुपए प्रति किमी औसत निकालना होगा। इन बदलावों से रोडवेज चालकों की मुसीबत बढ़ गई। उन्हें अधिक समय तक स्टेयरिंग संभालनी होगी। चालक-परिचालकों में हड़कंप है।
पहले 300 किमी चलती थी
रोडवेज प्रबंधन के अनुसार पहले रोडवेज बसें तय रूटों पर 300 से 350 किमी चलती थी। कभी इससे कम चलती थी। मुख्यालय ने किलोमीटर बढ़ाकर स्टाफ पर भार बढ़ा दिया। पहले से ही स्टाफ की कमी से रोडवेज जूझ रहा है।
झुंझुनूं आगार में बसें पहले 45 हजार किलोमीटर तक का सफर तय कर लेती थी। लगातर घटती बसों की संख्या के बाद किलोमीटर में कमी आई है। स्टाफ की कमी से पहले से चालकों को अवकाश नहीं मिल पा रहा है। झुंझुनूं आगार में 77 बसों का शेड्यूल है।
यात्री बिना टिकट मिला तो कंडक्टर होगा निलंबित
रोडवेज प्रशासन ने निगम को घाटे से उबारने के लिए चालक-परिचालकों पर नकेल कसना शुरू कर दिया। चालकों के साथ परिचालकों पर अंकुश लगाया है। बस में बिना टिकट के दो यात्री मिलने पर परिचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
टिकट नहीं मिलने पर परिचालक को निलंबित कर दिया जाएगा। इसी तरह बस सारथी योजना में कार्यरत परिचालक को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। जमा अमानत राशि भी जब्त कर ली जाएगी।