झुंझुनूं. दिल्ली-हरियाणा और पंजाब में फैल रहे प्रदूषण का असर अब झुंझुनूं जिले के लोगों में भी होने लगा है। जिला साल दर साल प्रदूषण की चपेट में आने लगा है। बुधवार को प्रदूषण सामान्य से ज्यादा रहा। दोपहर ढाई बजे तक प्रदूषण का स्तर एक्यूआइ 41 पॉइंट ज्यादा ज्यादा रहा। मंगलवार की बनिस्बत इसमें ज्यादा गिरावट देखने को नहीं मिली। इसमें महज तीन पॉइंट की गिरावट आई। मंगलवार को एक्यूआइ रात आठ बजे तक 244 था और बुधवार को दोपहर को यह 241 पॉइंट रहा। हालांकि रविवार को प्रदूषण का स्तर 455 के पार पहुंच गया था। धीरे-धीरे प्रदूषण की आगोश में आ रहे झुंझुनूं के लोगों में आगामी वक्त में इसका असर देखने को मिल सकता है।
ईंट-भट्टों पर उपयोग हो रहा पराली का
जिले में पराली का उपयोग ईंट-भट्टों पर ईंटो को पकाने के लिए लिया जा रहा है। जिले में पहले किसान पराली को जलाते थे। लेकिन कुछ सालों से ईंट भट्टे वाले इसे खरीद रहे हैं। इसके चलते पराली का जलाना कम हो गया है। हालांकि जिले में बड़ा कोई इंडस्ट्रीयल हब नहीं है। फिर भी कई छोटे उद्योग ऐसे हैं जिनसे प्रदूषण फैलता है। कई जगह खुले में डाले जा रहे कचरे से प्रदूषण फैल रहा है।
तिथि एक्यूआइ
11 नवंबर 181
12 नवंबर 162
13 नवंबर 217
14 नवंबर 245
15 नवंबर 230
16 नवंबर 208
17 नवंबर 455
18 नवंबर 292
19 नवंबर 254
20 नवंबर 241
बोले-आमजन प्रदूषण बढ़ना ठीक नहीं
जिले में प्रदूषण का स्तर बढ़ना आने वाले समय में लोगों के लिए मुश्किल पैदा करेगा। हालांकि प्रदूषण का असर दिल्ली-पंजाब व हरियाणा की वजह से बढ़ा है। लेकिन फिर भी जिले के लोगों को प्रदूषण पर रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। महावीरसिंह
प्रदूषण का स्तर बढ़ना जिले के लिए चिंताजनक है। जिला प्रदूषण से घिर जाए, इससे पहले ही आम से लेकर खास तक को जागरूक होना होगा। वाहन मालिकों को वाहनों में प्रदूषण की जांच कराना जरूरी है। बीमार लोगों पर प्रदूषण का ज्यादा असर हो रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा के मरीजों को हो रही है।
कर्मवीर बोला
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के असर के चलते इसका असर झुंझुनूं में रहा है। रविवार को एक्यूआई 455 पर पर पहुंच गया था। लेकिन बाद में इसमें गिरावट आना शुरू हो गया। बुधवार को यह सामान्य से 41 पॉइंट ज्यादा रहा है। एक-दो दिन में सामान्य स्थिति में पहुंच जाएगा।
सुधीर यादव, क्षेत्रिय अधिकारी, वायु गुणवत्ता जांच केंद्र झुंझुनूं