चूरू :जिला पशुधन विकास समिति एवं जिला गोपालन समिति की बैठक का आयोजन जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा की अध्यक्षता में मंगलवार को डीओआईटी सभागार में किया गया।
अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि जिले के लोगों की अर्थव्यवस्था कृषि और पशुपालन जैसी गतिविधियों पर टिकी हुई है। इसलिए हमारी कोशिश रहनी चाहिए कि अधिक से अधिक लोगों को खेती और पशुधन से जुड़ी योजनाओं का लाभ मिले और इन क्षेत्रों में नवाचार करने वाले लोगों को प्रोत्साहन मिले। इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में ऊंटपालक मौजूद है एवं विभाग द्वारा मादा ऊंटनी के प्रसव पर सहायता दी जा रही है। मादा ऊंटनी के दूध का संकलन कर सरदारशहर डेयरी के माध्यम से उनके उत्पाद एवं सह-उत्पाद के विपणन की कार्य योजना बनाई जा रही है। ऊंटनी के दूध के विपणन से पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी एवं राज्य पशु व रेगिस्तान के जहाज ऊंट को सरंक्षित करने में सहायता मिलेगी। इस संबंध में 23 नवंबर को सरदारशहर के कृषि विज्ञान केन्द्र सरदारशहर में एक बैठक का भी आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान आयोजित जिला गोपालन समिति की बैठक में 24 गौशालाओं के 9025 गौवंश के लिए अनुदान राशि 3 करोड़ 97 लाख 94 हजार 400 रुपए का अनुमोदन किया गया। मुख्यमंत्री बजट घोषणा अन्तर्गत 1000 से अधिक गौवंश संधारित करने वाली गौशालाओं में गौकाष्ठ मशीन वितरण योजनान्तर्गत श्री गौशाला समिति सरदारशहर को मशीन वितरण का अनुमोदन किया गया।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने सड़क पर विचरण कर रहे गौवंश को भामाशाह एवं आत्मनिर्भर गौशालाओं के सहयोग से रेडियम बेल्ट लगाने के निर्देश दिए। चूरू जिले की गौशालाओं को आदर्श गौशालाओं के रूप में विकसित करने तथा प्रत्येक गौशाला में सही प्रकार रिकॉर्ड व गौवंश का उचित संधारण एवं आत्मनिर्भर गौशाला बनाने का आह्वान किया। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्वेता कोचर, कोषाधिकारी प्रवीण कुमार, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. जगदेव सिंह, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. ओम प्रकाश, गौशाला प्रभारी डॉ निरंजन चिरानियां सहित अधिकारीगण मौजूद रहे।