चिड़ावा : सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना आमजनता द्वारा संचालित किसान धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में आज 323 वें दिन भी जारी रहा। लगातार तीसरे शतक के साथ ही ग्यारहवें महीने में प्रवेश करते हुए अपने हक की लड़ाई में किसान पिछे हटने का नाम नहीं लेना चाहते हैं। शेखावाटी में पानी की बूंद बूंद को तरसता हर आदमी, पशुधन व जीव जन्तुओं को भी बचाने की कवायद है । यदि जीवन बचाने की कोशिश में लगे इन किसानों की मांग को सरकार द्वारा अनदेखा करना इस क्षेत्र, सरकार व किसानों के हक में नहीं है। ऐसा कब तलक चलना है आखिर नहर लाऐ बिना कोई समाधान नहीं है। नेता और सरकार राबड़ी से कान चिपकाए रखना चाहते हैं कि जनता दुखी होती रहे इनका क्या जाता है। अपनी डपली बजती रहनी चाहिए।आज दस महीने से किसान संघर्षरत हैं अपने हक का पानी सिंचाई के लिए मिला उसे लेने के लिए, सरकार क्यों नहीं देना चाहती है हरियाणा सरकार से बात करें वरना आन्दोलन जारी रहेगा और उग्रता भी लाऐंगे। किसानों ने सर्दी, गर्मी व बरसात झेलते हुए आंदोलन को जिंदा रखा है और जब तक नहर जिले में प्रवेश नहीं करेगी उठेंगे नहीं। आगामी चुनावों में पूरा झुंझुनूं एकमत होगा और वोट नहीं डालेंगे जैसे संसद के चुनावों में इस बार पिलानी क्षेत्र के दस गांवों में वोट नहीं डाला गया और उसके लिए संघर्षरत ग्रामीण लोगों के लिए पीने के पानी की कुम्भाराम लिफ्ट कैनाल से सीधी पाइपलाइन द्वारा ठीक छः महीने में व्यवस्था की जा रही है ऐसे ही नहर भी आऐगी। सरकार पहले ही सोच ले तो ठीक रहेगा । धरने पर मातृशक्ति की संख्या बढ़ती जा रही है। अतः सोच लेना चाहिए।
धरने पर आज नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, उपसचिव ताराचंद तानाण, यात्रा संयोजक रणधीर सिंह ओला, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, राजपाल चाहर, सतपाल चहर, ज्वाहर लाल यादव, महिला अध्यक्षा सुनिता साईं पंवार, जगराम योगी, बनारसी देवी, युगांक, जितिन, अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, बुल्लाराम, जगदीश, मीना देवी, सुमन, बिश्नादेवी, कविता, किताब देवी, उपाध्यक्ष बजरंग लाल, शीशराम, नौजवान सभा के सौरभ सैनी, करण कटारिया, जयसिंह, सत्यवीर, राजवीर, पिन्टु, सुरेश, मनीष आदि उपस्थित रहे।