उपराष्ट्रपति बोले- आपसे सीख लेते तो धरती बर्बाद नहीं होती:जनजाति समुदाय से बोले- हमने पृथ्वी को बर्बाद किया; आप तो धरती को नमन करते हैं
उपराष्ट्रपति बोले- आपसे सीख लेते तो धरती बर्बाद नहीं होती:जनजाति समुदाय से बोले- हमने पृथ्वी को बर्बाद किया; आप तो धरती को नमन करते हैं

उदयपुर : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आदिवासी समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा- जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए पूरी दुनिया लगी हुई है। आप लोग वे हैं जो धरती को नमन करते हैं, पूजा करते हैं। आपसे सीख ले लेते तो इस बर्बादी के किनारे विश्व नहीं आता। सब जानते हैं कि हमारे पास रहने की दूसरी पृथ्वी नहीं है, हमने इस पृथ्वी को जर्जर कर दिया है। आपकी सीख हमें कहती है कि जल और धरती की पूजा करो।
उपराष्ट्रपति शनिवार को उदयपुर दौरे पर पहुंचे थे। उन्होंने कोटड़ा में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में जनजाति गौरव महोत्सव में भाग लिया। इसके बाद मोहनलाल सुखाड़िया स्मृति व्याख्यान में पहुंचे। वे सामोर बाग भी पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्व राजपरिवार के सदस्य दिवंगत महेंद्र सिंह मेवाड़ को श्रद्धांजलि दी।
बोले- हमारी आस्था को बदलने की कोशिश की जा रही
क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर एवं जिला प्रशासन उदयपुर और वनवासी कल्याण परिषद के संयोजन में जनजाति गौरव महोत्सव में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा- जंगल हमारी सांस हैं। लेकिन, हम जंगलों को दूसरे तरीके से देखते है। इन्हें लालच की नजर से नहीं देखा जा सकता है। वनवासी कल्याण का जो कार्य, समर्पण और सेवा का काम है और यह अच्छा काम हो रहा है।
उन्होंने कहा- आजकल देश में चिकनी-चुपड़ी बातें कर और हमारा हितैषी बनकर हमें लालच देकर हमारी आस्था को बदलने की कोशिश हो रही है। हमारी सांस्कृतिक धरोहर हमारी नींव है, जब नींव हिल जाएगी तो कोई भी इमारत सुरक्षित नहीं है। सुनियोजित तरीके से, षड्यंत्रकारी तरीके से, प्रलोभन देकर आकर्षण करने की जो प्रक्रिया में देख रहा हूं देश में उस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। जनजाति वर्ग भारत की ताकत है, शौर्य है।
जर्मनी-जापान को पछाड़ेगा भारत
उपराष्ट्रपति ने मंच से मौजूद लोगों को कहा- आप बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें। आज के दिन भारत बदल रहा है, भारत में सही लोगों को स्थान मिल रहा है। देश आप ही के द्वारा बदला जाएगा। दुनिया में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था में भारत है। कभी भारत कमजोर पांच में गिना जाता था। देश ने कनाडा, इंग्लैंड को पीछे छोड़ा है। अब जापान और जर्मनी का नंबर है।
उन्होंने कहा कि ये विकसित भारत का हवन तब ही सफल होगा जब इसमें जनजाति के लोग महत्वपूर्ण आहुति देंगे। वो अब आ रही है, इसमें गति पकड़ी है। अब ये किसी के रोकने से नहीं रुकेगी। आज के दिन उस महापुरुष बिरसा मुंडा को याद कर एक प्रण लेना चाहिए कि हमारे में ऊर्जा आनी चाहिए। आप विभाजनकारी ताकतों को बढ़ावा नहीं दें। राष्ट्र, परिवार और समाज की एकता नागरिक का दायित्व है।
महिलाओं की स्थिति में आया सुधार
उपराष्ट्रपति ने कहा- किसी भी परिस्थिति में राष्ट्रहित को नीचा नहीं करेंगे। देश के कानून में बहुत बड़ा बदलाव किया गया है। महिलाएं लोकसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रही हैं। लोकसभा में एक तिहाई महिलाएं होंगी। महिलाओं की उपस्थिति दूसरों को बताएगी कि आप में क्या ताकत है, क्या सोच है, क्या नीति निर्माण का तरीका है।
बता दें कि कार्यक्रम में जनजाति महिलाओं द्वारा निर्मित कढ़ाई वाली वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई। झाड़ोल क्षेत्र के 10 गांवों की 74 बहनें इस प्रकल्प के माध्यम से अपना घर चला रही हैं। उन्हें तप्पड़, जूट, बोरी आदि पर कसीदे का प्रशिक्षण दिया गया है। इस तरह के प्रशिक्षण की शुरुआत झाड़ोल तहसील के गोरण गांव से 10 बहनों के साथ हुई थी। सिलाई का कार्य उदयपुर में किया जाता है।
कहा- मुझे स्कॉलरशिप नहीं मिलती तो समस्या हो जाती
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में मोहनलाल सुखाड़िया स्मृति व्याख्यान में पहुंचे। उन्होंने सुखाड़िया को याद करते हुए कहा- वे 17 साल तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। वे कई राज्यों के राज्यपाल भी रहे।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने स्टूडेंट्स से कहा- हमें कुटुम्ब का ध्यान देना चाहिए। बड़ों का सम्मान करना और उन्हें समय देना चाहिए। उन्होंने अपने कॉलेज के अनुभव याद करते हुए कहा- पढाई के दौरान मुझे बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा। स्कॉलरशिप नहीं मिलती तो बड़ी समस्या हो सकती थी। बैंक ने भी बड़ी मुश्किल से 6 हजार का कर्जा दिया। उस समय मैं किताबें भी नहीं खरीद सकता था। हमारे समय न बिजली थी न सड़क। अब एज्युकेशन का स्ट्रक्चर बेहद मजबूत है।
समोर बाग भी पहुंचे उपराष्ट्रपति
सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के बाद उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समोर बाग पहुंचे जहां पर उन्होंने उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी थी।
डबोक एयरपोर्ट पर पहुंचे थे भाजपा नेता
इससे पहले डबोक एयरपोर्ट पर राजस्व एवं जिला प्रभारी मंत्री हेमन्त मीणा और चितौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, महापौर गोविंद सिंह टांक, उप महापौर पारस सिंघवी, समाजसेवी प्रमोद सामर, रवींद्र श्रीमाली, तख्तसिंह शक्तावत दीपक शर्मा, आकाश वागरेचा आदि मौजूद रहे। आईजी राजेश मीणा, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल ने उनका स्वागत किया। बाद में एयरपोर्ट से भारतीय वायुसेना के विशेष हेलीकाप्टर से कोटड़ा के लिए रवाना हुए।