आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दिए केंद्रों को सक्षम बनाने के सुझाव:ट्रेनिंग में 180 कार्यकर्ताओं ने लिया भाग, पोषण भी-पढ़ाई भी कार्यक्रम का समापन
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दिए केंद्रों को सक्षम बनाने के सुझाव:ट्रेनिंग में 180 कार्यकर्ताओं ने लिया भाग, पोषण भी-पढ़ाई भी कार्यक्रम का समापन
नीमकाथाना : महिला एवं बाल विकास विभाग नीमकाथाना के तत्वावधान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम पोषण भी-पढ़ाई भी के तीसरे और आखिरी दिन अनेक गतिविधियों का आयोजन किया गया। ट्रेनिंग में 180 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
प्रथम सत्र में जिला उपनिदेशक संजय चेतानी ने दिव्यांग बच्चों के लिए आंगनबाड़ी प्रोटोकॉल प्रस्तुत करते हुए बताया कि दिव्यांगता कोई ऐसी बीमारी नहीं है, जिसे ठीक नहीं किया जा सके, ये केवल स्वास्थ्य समस्या ही नहीं बल्कि एक सामाजिक समस्या भी है। दिव्यांग बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्क्रीनिंग, समावेशन और रेफरल के तीन चरणों वाले प्रोटोकॉल के सबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए चेतानी ने इसे आंगनबाड़ी केंद्रों पर संवेदनशीलता के साथ लागू करने का आह्वान किया।
मास्टर ट्रेनर बबीता कुमावत ने शाला पूर्व शिक्षा में बालकों के सीखने और मूल्यांकन पर प्रस्तुति दी। वहीं एक अन्य सत्र में महिला पर्यवेक्षक मधुबाला और कमला के नेतृत्व में एक शिक्षण केंद्र के रूप में मेरी आंगनबाड़ी विषय पर समूह -चर्चा आयोजित की। जिसमें अनेक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिक्षण व्यवस्था में सुधार के लिए सुझाव दिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शशि टेलर, पिंकी, साधना, रमेश देवी ने अंतिम सत्र में तीन दिन में जो भी सीखा उसके संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भंवरी देवी ने टीकाकरण पर राजस्थानी भाषा पर बेहतरीन गीत की प्रस्तुति दी।