जनमानस शेखावाटी संवाददाता : श्रवण कुमार फगेडिया
सीकर : सीकर जिले की बधाला की ढाणी ग्राम पंचायत का गांव सुन्दरपुरा जो कभी अपने भूमिगत जल से बड़े कस्बे की प्यास बुझाता था, आज खुद बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहा है। यहां कुल चार ट्यूबवेल, तीन सतही टैंक और तीन हैंडपंप हैं, लेकिन इनमें से कोई भी चालू नहीं होने से कई ग्रामीण पीने के पानी के लिए सिर पर बर्तन रखकर करीब एक किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं। यहां के लोग कई वर्षों से पेयजल की इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन एक वर्ष से करीब 300 घरों की कॉलोनी के ग्रामीण पेयजल की भारी किल्लत से परेशान हैं। खासकर दूरदराज से पानी लाने वाली महिलाएं जलदाय विभाग के उच्चाधिकारियों की लापरवाही को लेकर बेहद नाराज हैं। यहां टीएसएस योजना होने के कारण जलदाय विभाग का कोई भी प्रतिनिधि नहीं आने से हालात और खराब हो गए हैं।
इस मामले में वार्ड पंच केसरी देवी, ग्यारसी देवी, बंटी शर्मा, राकेश शर्मा, महिपाल मीना, रतन कुमावत, नितेश, कैलाश कुमावत, यश व दिनेश सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यहां चार ट्यूबवेल हैं जो सभी बंद पड़े हैं। ग्रामीण इन्हें स्वयं ही चलाते हैं। अब हर घर टैंकरों पर निर्भर है। महिलाओं ने बताया कि पिछले दस दिन से पानी आने पर नहा रही हैं। चार साल पहले सरपंच ने कहा था कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। ट्यूबवेल भी बनवाया लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण सारी व्यवस्थाएं चौपट हो गईं। ग्रामीणों ने कहा है कि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कलेक्टर कार्यालय में खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन करेंगे।