खेतड़ी नगर : अंतरराष्ट्रीय समरसता मंच के तत्वाधान में संयुक्त राष्ट्र स्थापना दिवस के उपलक्ष पर सर्वोच्च न्यायालय सभागार में जम्बूदीप पदमश्री अवार्ड 2024 का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल सरकार के प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानंद झा, विशिष्ट अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रविकरण साहू, फिलीपींस के राजदूत वासेम हिलियस, सिनियर अधिवक्ता ए पी सिंह, तथा अध्यक्षता पूर्व कैबिनेट मंत्री भूटान लोकनाथ शर्मा ने की। मंच संचालन महावीर प्रसाद टोरड़ी ने की। कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न प्रतिभाओं का सम्मान किया तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के दफ्तर के आगे, जंतर मंतर पर स्वच्छता अभियान चला कर भारत की शक्ति, प्रतिष्ठा, पंचशील सिद्धांतों, को वैश्विक स्तर तक बढ़ाना वसुदेव कुटुंबकम, ग्लोबल विलेज, सत्यम शिवम सुंदरम तथा संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय अयोध्या में करने की मांग की।
कार्यक्रम के दौरान परमानंद झा, लोकनाथ शर्मा, महावीर प्रसाद को विश्व रत्न सम्मान से नवाजा गया तथा फतेह सिंह बड़ाऊ, सरोज मीणा, सोमेश कुमार शुक्ला, पूरणमल पृथ्वीराज जैन, नरेंद्र कुमार सहित कई अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं का जम्बूदीप पदमश्री सम्मान से सम्मान किया गया। प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानंद झा ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत और नेपाल के रिश्ते बेटी और रोटी के है श्री राम को राजा जनक ने अपनी बेटी सीता का हाथ देकर नेपाल और भारत के रिश्ते कई वर्षों पूर्व ही सार्थक कर दिए थे, उसी कड़ी को आगे बढ़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय समरसता मंच 192 देशों के राष्ट्रध्वजों का नागरिक अभिनंदन कर यह कार्यक्रम आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ का दफ्तर अयोध्या में होना चाहिए ऐसी हम मांग करते हैं। अपने संबोधन में पूर्व कैबिनेट मंत्री भूटान सरकार लोकनाथ शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि नेपाल और भूटान तथा भारत के बीच रिश्ते हमेशा ही मजबूत रहे हैं उसी को आगे बढ़ाने के लिए यह मंच निरंतर कार्य करता रहेगा