सीकर : डिलीवरी के दौरान प्रेग्नेंट महिला की मौत के बाद परिजनों ने सीकर के एसके हॉस्पिटल में प्रदर्शन किया। परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
महिला के भाई नेमीचंद ने बताया- उसकी बहन रेखा की शादी कदमा का बास में हुई थी। वह प्रेग्नेंट होने पर अपने पीहर गांव पुरा बड़ी में डिलीवरी के लिए आई हुई थी। उसका सीकर के जनता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। 21 अक्टूबर को रेखा की तबीयत खराब होने पर पुरा बडी के उप-स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए। अस्पताल में मौजूद नर्स मंजू देवी ने कहा- सीकर जनता हॉस्पिटल में रेखा को दिखाने की जरूरत नहीं है। वह सब जानती है, मुझ पर विश्वास करो और सब कुछ नॉर्मल है। इसके बाद मंजू ने बहन को गोलियां देकर परिजनों के साथ घर भेज दिया।
तबीयत खराब होने पर परिजन 22 अक्टूबर को रेखा को सीकर हॉस्पिटल दिखाने के लिए लेकर जा रहे थे। इस दौरान नर्स मंजू ने कहा- प्रेग्नेंट महिला को कहीं लेकर जाने की जरूरत नहीं है सब कुछ नॉर्मल है। इसके बाद नर्स ने सुबह 10 बजे महिला को पुरा बड़ी अस्पताल में भर्ती कर लिया।
भाई ने बताया- बहन को ब्लीडिंग होने लगी तो परिजनों ने नर्स मंजू को बताया। मंजू ने कहा कि यह सब नॉर्मल होता है, नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी कोई दिक्कत नहीं है। ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण मंजू बेहोश हो गई, जिसके बाद नर्स ने कहा- रेखा की हालत गंभीर है। इसे सीकर के शिवालिक अस्पताल में लेकर जाना पड़ेगा।
तब परिजन रेखा को शिवालिक हॉस्पिटल में लेकर गए। हॉस्पिटल में उसे एडमिट नहीं किया गया। डॉक्टरों ने कहा- इसे एसके हॉस्पिटल या जयपुर ले जाओ। इसके बाद परिजन रेखा को लेकर एसके हॉस्पिटल पहुंचे। जहां ट्रॉमा यूनिट में रेखा ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप है- महिला नर्स मंजू देवी की वजह से रेखा व पेट में पल रहे 9 महीने के बच्चे की मौत हुई है। नर्स मंजू के खिलाफ पहले भी गर्भपात कराने के मामले दर्ज हैं। परिजनों ने मांग की है कि मंजू देवी के खिलाफ जांच कर हत्या का मामला दर्ज किया जाए।