पिलानी : पिलानी में नगरपालिका के सफाई ठेके की अवधि 30 सितंबर को समाप्त हो चुकी है। नए टेंडर को लेकर नगरपालिका में चेयरमैन व पार्षदों के बीच मतभेद बोर्ड मीटिंग में खुल कर सामने आ गए। नतीजा ये रहा कि सफाई के लिए टेंडर नहीं हो पाए और अब पिलानी कस्बे में गली-मोहल्ले, बाजार और चौक-चौराहों यहां तक कि मन्दिर, मस्जिद और शिक्षण संस्थानों के पास जगह-जगह लगे गंदगी के अंबार, जाम पड़ी नालियों और दूषित जल निकासी की समस्या ने शहर की स्वच्छता और सुन्दरता को ग्रहण लगा दिया है।
परेशान हाल जनता को यह नहीं समझ आ रहा कि आखिर कचरे की समस्या के निस्तारण के लिए वे किससे बात करें। जिन पार्षदों को जनता ने चुनकर बोर्ड का मेंबर बनाया, वे नगरपालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर सफाई का नया टेंडर नहीं होने दे रहे। वहीं पालिका प्रशासन ने भी टेंडर नहीं दिया है।
जानकारों का कहना है कि ठोस अपशिष्ट कचरे का निस्तारण न होने के कारण शहर महामारी के कगार पर पहुंच सकता है। इससे पहले 2022 में भी त्योहार से पहले सफाई ठेके की अवधि पूरी हो जाने पर कस्बे की सफाई व्यवस्था गड़बड़ा गई थी। हालांकि बाद में नये सिरे से टेंडर होने पर सफाई का काम शुरू कर दिया गया था।
पार्षद ने अपने स्तर पर शुरू किया सफाई अभियान
गंदगी और कचरे को लेकर जारी तमाम विरोधाभासों के बीच नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड नं 19 के पार्षद राजकुमार नायक ने आज अपने स्तर पर अपने वार्ड की सफाई का अभियान छेड़ दिया है। खुद ही ट्रैक्टर पर बैठ हेल्परों के साथ पार्षद राजकुमार नायक आज वार्ड नंबर 19 व 20 में कचरा उठाते नजर आए। इस दौरान पार्षद नायक और उनके सहयोगियों ने जाम हो चुकी वार्ड की नालियों की भी सफाई की।
पार्षद राजकुमार नायक ने बताया कि दीपावली पर सभी अपने घर, गोदाम, व्यवसायिक प्रतिष्ठान आदि की साफ-सफाई करते हैं। साथ ही रोजाना निकलने वाला कचरा भी सड़कों पर ही फेंका जा रहा है। ऐसे में त्योहार से पहले कस्बे में भारी मात्रा में चारों तरफ कचरा फैला हुआ है। नगरपालिका के स्तर पर अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है, इसलिए खुद ही अपने वार्ड में सफाई व्यवस्था के लिए आगे आना पड़ा। त्योहार पर वार्ड के लोगों को गंदगी में तो नहीं रखा जा सकता।पालिकाध्यक्ष हीरालाल नायक ने कहा कि 9 अक्टूबर को बोर्ड की मीटिंग में सफाई के नये टेंडर का प्रस्ताव शामिल किया गया था, लेकिन पार्षदों ने ही इसमें अड़ंगा लगाया और सफाई का ठेके का प्रस्ताव पास नहीं होने दिया। विरोध करने वाले पार्षद अब समस्या का जिम्मेदार भी नगरपालिका प्रशासन को ही बता रहे हैं। फिलहाल नगरपालिका में स्थाई सफाई कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। संविदा के आधार पर सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए ईओ प्रियंका बुडानिया को आज कहा जाएगा और सम्भव हुआ तो दीपावली से पहले 25 अक्टूबर तक सीमित अवधि के लिए शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नया ठेका दे दिया जाएगा। वैसे आज से नगरपालिका ने भी 5 ट्रैक्टर कस्बे में सफाई व्यवस्था के लिए लगाए हैं।