पपुरना सरकारी हॉस्पिटल में सात महीने से डॉक्टर नहीं:ग्रामीणों ने अस्पताल के सामने किया विरोध-प्रदर्शन, बोले-इलाज के लिए भटकना पड़ रहा
पपुरना सरकारी हॉस्पिटल में सात महीने से डॉक्टर नहीं:ग्रामीणों ने अस्पताल के सामने किया विरोध-प्रदर्शन, बोले-इलाज के लिए भटकना पड़ रहा

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के पपुरना स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले सात महीनों से डॉक्टर नहीं होने के कारण लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए डॉक्टर नियुक्त करने की मांग की।
एडवोकेट निरंजन लाल सैनी ने बताया कि राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पपुरना में पिछले 7 महीनों से कोई डॉक्टर नहीं है, जबकि मौसमी बीमारियों के चलते प्रतिदिन ओपीडी में लगभग 150 से अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। पपुरना पीएचसी, खेतड़ी उपखंड का सबसे बड़ा स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य केंद्र का लाभ डॉक्टर की रिक्तता के चलते ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। इमरजेंसी के दौरान भी अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने कारण ग्रामीणों और मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पपुरना स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत नौ सब-सेंटर जैसे बंधा की ढाणी, लालगढ़, राजकुमारपुरा, जाट की ढाणी, संजयनगर, गाडराटा, और प्रतापपुर देवनगर आते हैं। इसके साथ ही चार प्रमुख ग्राम पंचायतें पपुरना, रामकुमारपुरा, संजयनगर और गाडराटा इस स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं, जिनकी कुल आबादी लगभग 36,000 से अधिक है।
ग्रामीणों ने पहले भी कई बार स्थानीय प्रशासन और चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों को डॉक्टर की नियुक्ति की मांग से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। नीमकाथाना सीएमएचओ ने दो दिन पहले डॉक्टर नियुक्त करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन में राजेंद्र प्रसाद, नितेश जांगिड़, सोनू बबेरवाल, विकास बबेरवाल, रिहान कुरेशी, जुहमन कुरेशी, नदीम, राजेंद्र मेघवाल, शेर सिंह, और सचिन कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।