चूरू : जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के निर्देशानुसार शुक्रवार को चूरू के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देपालसर में महिला अधिकारिता विभाग के ब्लॉक कार्यालय द्वारा ‘बेटी बचाओ- बेटी पढाओ‘ अभियान अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्यौल, चूरू प्रधान दीपचंद राहड़, एसडीएम बिजेन्द्र सिंह सहित अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
इस अवसर पर चूरू प्रधान दीपचंद राहड़ ने कहा कि बेटी और बेटे में भेद न मानकर हमें लैंगिक समानता को समाज की रीतियों में स्थापित करना होगा। समाज ने आज विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की हैं, लेकिन लैंगिक समानता ही सामाजिक उत्थान की सही परिभाषा है। लैंगिक समानता से ही समाज के सभी पक्षों का सम्पूर्ण विकास संभव है।
चूरू एसडीएम बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि बालिकाओं को शिक्षा के समुचित अवसर उपलब्ध करवाने के लिए हमें सम्मिलित प्रयास करने होंगे। सामाजिक, मौलिक सहित नैतिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए हमें हमारे परिवेश की बालिकाओं को शिक्षा के सम्पूर्ण अवसर उपलब्ध करवाने के लिए संवेदनशील रहना होगा। बालिका शिक्षा ही समाज की सम्पूर्ण शैक्षिक, आर्थिक व सामाजिक प्रगति की संकेतक है।
इस अवसर पर जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्यौल, विकास अधिकारी महेन्द्र भार्गव सहित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
अतिथियों ने 10 वीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका डिंपल पिलानिया को 2100 रुपए, भावना प्रजापत को 1100 रुपए, कोमल को 1100 रुपए तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद, नाटक, कविता गायन प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया।
महिला सुपरवाइजर कृष्णा ने बालिकाओं व महिलाओ से संबधित विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। संचालन गोपीराम ने किया।
इस दौरान उप प्रधान सपना तालनिया, सरपंच बलवीर ढाका, संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश, सरपंच ताराचंद भाम्बू, पूर्व सरपंच मोहन भैड़ा, संस्था प्रधान सिकन्दर खान, सुमन धुआं, प्रीतम बेनीवाल सहित समस्त विद्यालय स्टाफ व छात्र-छात्राएं मौजूद रही।