चूरू : जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय पर गाजसर गिनाणी में एकत्र होने वाले गंदे पानी के समुचित निस्तारण तथा उपचारित पानी के खेती और वनीकरण में उपयोग की कवायद शुरू हो गई है।
इस सिलसिले में बुधवार को उपखंड अधिकारी बिजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में चूरू उपखंड कार्यालय में हुई बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा कर संबंधित को समुचित कार्ययोजना बनाने के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। एसडीएम बिजेंद्र सिंह ने जिला कलक्टर की मंशा के अनुरूप गाजसर के वर्षा जल की निकासी हेतु समुचित कार्य योजना तैयार करने हेतु कमेटी के समस्त सदस्यों को निर्देशित किया। उन्होंने गाजसर गिनाणी स्थित एस.टी.पी. के उपचारित पानी को राजस्व मार्ग व मुख्य मार्ग के समानान्तर पाईप लाईन द्वारा पानी के निस्तारण हेतु आस-पास के क्षेत्र का चिन्हीकरण कर मानचित्र में अंकन करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही चूरू तहसील में वन विभाग की भूमि का चिन्हीकरण कर क्षेत्रफल निर्धारित कर इस पानी को उपयोग में लिये जाने की कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देश दिए। एसडीएम ने अधीक्षण अभियंता, आर.यू.आई.डी.पी. रतनगढ को निर्देशित किया कि जिस प्रकार फतेहपुर शेखावाटी में उपचारित पानी के निस्तारण हेतु काश्तकारों को उपचारित पानी के उपयोग हेतु उत्साहित किया जाकर नगरपरिषद व किसानों के बीच एम. ओ.यू. करवाने का कार्य किया गया है, उसी अनुरूप चूरू के किसानों को उपचारित पानी को उपयोग में लेने हेतु उत्साहित कर नगरपरिषद व किसानों के बीच एम.ओ.यू.का कार्य सम्पादित करवाया जाए।
इस मौके पर नगर परिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह, तहसीलदार अशोक गोरा, आरयूआईडीपी अधीक्षण अभियंता राकेश शरण गर्ग, आरयूआईडीपी एक्सईएन मनोज मित्तल, बीडीओ महेन्द्र भार्गव, नायब तहसीलदार महेंद्र गहलोत, सहायक कृषि अधिकारी जयसिंह, रेंजर पवन कुमार शर्मा, सुधीर कुमार, पूर्णिमा यादव, पीए सुरेश कुमार, सानिवि एईएन चंचल कुमारी आदि उपस्थित रहे।