जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : एस.एन बी.एड काॅलेज प्रांगण मे स्थित डाॅ अब्दुल कलाम की मूर्ति पर उनकी जयंती पर माला व पुष्पों से एस.एन शिक्षण संस्थाएं अलायंस क्लब संजीवनी भारत स्काउट गाइड के सदस्यों द्वारा श्रदांजलि दी गई।
इस अवसर पर पूर्व अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ दयाषंकर जांगिड ने कहा कि विद्यार्थियों के लिये इस मूर्ति की स्थापना की गई है इसको देखकर वे आपके गुणों से शिक्षा लेकर महान उदेष्यों की पूर्ति कर सकते है। आपने कहा कि डाॅ कलाम का जीवन युवाओं के लिये आदर्ष था। वे सादगी पूर्ण जीवन जीते थे। शिक्षा लेने के लिये हमेषा प्रयत्न करते रहते थे। बहुत गरीबी में रहते हुये भी वे अखबार बेचकर अपनी पढ़ाई पूरी की। वे भारत के सिरमौर बनकर भारत रत्न से सम्मानित हुये। वे कहते थें कि बड़े सपने लो। उनको पूरा करने के लिये सतत प्रयत्न करो। अगर असफल भी हो जाते हो तो फिर प्रयत्न करो। असफलता ही सफलता की जननी है। वे ईमानदार, सात्विक प्रकृति के व्यक्ति थे तथा सभी धर्मो का आदर करते थे। इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद वे वैज्ञानिक बने। मिसाइल का आविष्कार किया और उनको मिसाइल मैन पुकारा जाने लगा।
यद्यपि वे राजनीतिज्ञ नहीं थे लेकिन उनको एक आदर्ष पुरूष होने की वजह से भारत का राष्ट्रपति बनाया। वे एक राष्ट्रवादी मुस्लिम थे जो अपने देष से प्रेम करते थे। यद्यपि पाकिस्तान ने उनको अपने यहां लाने की बहुत कोषिष की लेकिन वे पक्के हिंदुस्तानी थे। आज के समय मुस्लिम भाइयों को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिये। उनकी ईच्छा थी कि भारत युद्ध के हथियार बनाने मे स्वावलंबी बने जो आज फलीभूत हो रहा है। वर्तमान प्रधानमंत्री की वजह से आज पूरी दुनिया मे ंभारत ज्ञान विज्ञान अर्थ शिक्षा चिकित्सा में दुनिया के अग्रणी देषों मे गिना जाता है। अगर आज के युवा और मेहनत करेंगे तो एक दिन भारत विष्वगुरू बनेगा।
प्रशासनिक अधिकारी डाॅ देवकीनंदन शर्मा ने उनके जीवन के बारे मे बताते हुये कहा कि अटल बिहारी जी के प्रधानमंत्री काल में उनके द्वारा पोकरण मे परमाणु परिक्षण करवाकर भारत का सबको लोहा मनवा दिया। एस.एन स्कूल के प्राचार्य नवीन शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों के वे प्रेरणा स्रोत थे। हमें उनके आदर्षों को विद्यार्थियों तक पहुचाना चाहिये ताकि वे अपने जीवन को अच्छा बना सके।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश चोटिया ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में महापुरूषों की मूर्तिया लगी हुई है ऐसे महान व्यक्ति को युगो युगो तक याद किया जायेगा। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपना जीवन स्वर्णिम बनाये।
प्रांतपाल जगदीष प्रसाद जांगिड ने अपने उदबोधन मे कहा कि ऐसे आदर्ष पुरूषों को दुनिया हमेषा याद करेगी। वे पूरी दुनिया के जाने माने व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होने डाॅ कलाम के आदर्शो के बारे में कहा कि सूर्य की तरह चमकना है तो सूर्य की तरह तपना होगा।
इस अवसर पर एस.एन बी.एड काॅलेज प्राचार्या डाॅ संतोष पिलानिया जगदीश प्रसाद सैनी पूजा सैनी सुंदरमल सैनी एस.एन स्कूल की सह प्राचार्या सुलोचना सैनी पूर्व प्रांतपाल ओमप्रकाश सैन वृक्षमित्र श्रवण कुमार जाखड मनोज कुमार रूनला महेन्द्र सैनी हरीराम सैनी विष्णु सैनी करण सैनी एस.एन बी.एड काॅलेज की छात्राएं स्काउट गाइड के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
ज्ञात रहे 2021 मे युवा दिवस के अवसर पर अलायंस क्लब द्वारा एक भव्य समारोह मे इस मूर्ति का अनावरण किया गया था। खास बात यह थी इस मूर्ति के दानदाता हिंदू थे तथा विवेकानंद की मूर्ति के दानदाता मुस्लिम थे। शहर में साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम हुई थी। कार्यकम का संचालन स्काउट गाइड प्रधान मुरली मनोहर चोबदार ने किया तथा कहा कि हमें महान पुरूष डा कलाम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। धन्यवाद ज्ञापन एस.एन बी.एड काॅलेज की प्राचार्या डाॅ संतोष पिलानिया ने किया तथा कहा कि विद्यार्थियों को इन कार्यक्रमों की व महान पुरूषों के जीवन से शिक्षा लेनी चाहिये। राष्ट्रगान कर समापन किया गया।