[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सभापति के सुसर का कॉम्प्लेक्स तोड़ने पहुंचीं आयुक्त:बोलीं- पावर का गलत इस्तेमाल मत कीजिए; पूर्व मंत्री-SHO के बीच तीखी बहस


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

सभापति के सुसर का कॉम्प्लेक्स तोड़ने पहुंचीं आयुक्त:बोलीं- पावर का गलत इस्तेमाल मत कीजिए; पूर्व मंत्री-SHO के बीच तीखी बहस

सभापति के सुसर का कॉम्प्लेक्स तोड़ने पहुंचीं आयुक्त:बोलीं- पावर का गलत इस्तेमाल मत कीजिए; पूर्व मंत्री-SHO के बीच तीखी बहस

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर सोमवार शाम नगर परिषद सभापति नगमा बानो और आयुक्त अनिता खीचड़ की बीच खींचतान खुलकर सामने आ गई। आयुक्त अनिता खींचड़ सोमवार शाम 7 बजे नगर परिषद टीम लेकर सभापति के ससुर पूर्व चेयरमैन तैयब अली के चूरू रोड स्थित तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई करने पहुंच गईं।

इसके बाद सभापति-आयुक्त आमने सामने हो गईं। कार्रवाई के खिलाफ लोग भी जुट गए। रात 10 बजे तक मामला गरमाया रहा। आखिर आयुक्त को बिना कार्रवाई लौटना पड़ा। शाम 7 बजे पूर्व चेयरमैन के कॉम्प्लेक्स को अवैध बताते हुए कार्रवाई करने जिला परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ मौके पर पहुंचीं थीं।

कॉम्पलेक्स के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचीं आयुक्त अनिता खीचड़ (केसरिया दुपट्‌टे में)
कॉम्पलेक्स के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचीं आयुक्त अनिता खीचड़ (केसरिया दुपट्‌टे में)

कलेक्टर-एसपी ने की मीटिंग, जाप्ता लौटा

रात 9 बजे एसपी शरद चौधरी और कलेक्टर रामवतार मीणा बैठे और चर्चा की। इसके बाद एसपी ने कहा कि कार्रवाई से कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा है। इसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई रोकने के आदेश दिए। एडीएम अजय वर्मा मौके पर पहुंची और आयुक्त को समझाया। इसके बाद जाप्ता रात 10 बजे मौके से लौट आया।

रविवार को तबादला हुआ, सोमवार को कार्रवाई करने पहुंचीं

जानकारी के अनुसार आयुक्त अनिता खींचड़ का तबादला रविवार रात केकड़ी हो गया था। इसके बाद सोमवार को उन्होंने सभापति नगमा बानो के ससुर के कॉम्पलेक्स के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए टीम को निर्देश दे दिए।

इसकी भनक सभापति नगमा बानो को लगी तो तैयब अली के कॉम्प्लेक्स के बाहर भीड़ जुट गई। नगमा बानो भी पहुंचीं और आयुक्त से पूछा- आपका तबादला हो गया है, किस हैसियत से यहां आई हैं। अवैध निर्माण बहुत से हैं, पहले उनको हटाओ।

सभापति नगमा बानो (हाथ बांधकर खड़े हुए) और आयुक्त अनिता खीचड़।
सभापति नगमा बानो (हाथ बांधकर खड़े हुए) और आयुक्त अनिता खीचड़।

कॉम्पलेक्स के किराएदारों से भी हुई बहस

कॉम्पलेक्स के बाहर जुटे लोगों ने कहा कि हम किरायेदार हैं, हमारे खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते। आयुक्त ने किरायानामा दिखाने की बात कही तो टीम का विरोध शुरू हो गया। एक कर्मचारी ने बिल्डिंग पर लाल निशान लगाया तो लोगों ने उसे वहां से हटा दिया। इसके बाद आयुक्त ने पुलिस बल बुला लिया।

हंगामा होने की आशंका के चलते एडीएम अजय आर्य, एसडीएम हवाई सिंह यादव, डिप्टी एसपी वीरेन्द्र शर्मा, थाना इंचार्ज पवन चौबे आदि पुलिस टीम व आरएसी की टीम के साथ मौके पर आ गए। माहौल तनावपूर्ण हो गया। टीम ने कई बार कॉम्पलेक्स की सीढ़ियां चढ़ने की कोशिश की लेकिन विरोध के कारण नीचे आ गए।

सभापति बोलीं- आयुक्त को कार्यमुक्त किया, नियम विरुद्ध कार्रवाई

सभापति नगमा बानो ने कहा- आयुक्त अनिता खीचड़ का तबादला रविवार रात को ही केकडी हो गया है। मैंने नियमों के अनुसार केकड़ी के लिए कार्यमुक्त कर दिया है। आयुक्त जान-बूझकर रंजिश की भावना से मेरे रिश्तेदारों को परेशान कर रही हैं। उन्हें कोई अधिकार नहीं है कि तबादले के बाद गैर-कानूनी तरीके से किसी को परेशान करें।

आयुक्त अनिता खीचड ने कहा- मैं सरकार के आदेश की पालना कर रही हूं। मुझे अभी किसी ने रिलीव नहीं किया है। सरकार ने अपनी जांच में इस भवन को अवैध माना है। उसकी पालना में कार्रवाई की जा रही है।

मामला बढ़ने की सूचना पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी पहुंच गए। गुढ़ा और कोतवाली थाना इंचार्ज पवन चौबे के बीच बहस हो गई। SHO चौबे गुस्सा हो गए। सीनियर अधिकारियों के दखल के बाद पुलिसकर्मी उन्हें मौके से ले गए।

आयुक्त अनिता खीचड़ से बात करते पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा।
आयुक्त अनिता खीचड़ से बात करते पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा।

पूर्व मंत्री व थाना इंचार्ज में इसलिए हुई बहस

पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने थाना इंचार्ज पवन चौबे से कहा- हमें तो यहां कबड्डी-कबड्डी करते काफी टाइम हो गया। सुबह फिर कोर्ट के सामने कबड्डी-कबड्‌डी करेंगे। आप काम ठीक नहीं करोगे तो यहां से चले जाओगे। हम तो यहीं रहेंगे।

इस पर चौबे को गुस्सा आ गया। उन्होंने कहा- आप ऐसे बात नहीं कर सकते।

इसके बाद दोनों में जोरदार बहस हो गई। गुढ़ा समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। डिप्टी एसपी वीरेन्द्र कुमार ने बीच बचाव कर दोनों को शांत करवाया। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि यह बदले की कार्रवाई थी।

एसएचओ पवन चौबे और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बीच जमकर हुई बहस।
एसएचओ पवन चौबे और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बीच जमकर हुई बहस।

Related Articles