खेतड़ी : नगरपालिका एवं विरासत समारोह समिति के संयुक्त तत्वावधान में विरासत दिवस समारोह को लेकर रविवार को रामकृष्ण मिशन स्मृति मंदिर में बैठक का आयोजन किया गया।
रामकृष्ण मिशन के सचिव आत्मा निष्ठानंद महाराज की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्व सम्मति से विरासत दिवस समारोह दो दिन तक मनाने का निर्णय लिया। मुख्य अतिथि झुंझुनूं एसपी शरत चौधरी थे। मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के खेतड़ी में आने के 125 वर्ष पूर्ण होने पर 14वां खेतड़ी विरासत दिवस समारोह 12 दिसंबर को मनाया जाएगा। स्वामी विवेकानंद व देश को सनातन धर्म की अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने में खेतड़ी विरासत ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। नरेश अजीत सिंह के सहयोग से स्वामी विवेकानंद 1893 में शिकागो धर्म सम्मेलन में पहुंचे थे, जहां उन्होंने सनातन धर्म संस्कृति का परचम लहराते हुए देश को विश्व में विख्यात कर दिया था। राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद की गहरी मित्रता के चलते खेतड़ी को अलग पहचान मिल पाई थी, जिसकी बदौलत खेतड़ी आज भी दो महान विभूतियों की दोस्ती ओर उनकी यादों को चिरस्थाई बनाने के लिए इस प्रकार के ऐतिहासिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। दो दिन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा। जिसमें मैराथन दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मैजिक शौ, प्रभात फैरी सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा। खेतड़ी क्षेत्र के प्रवासियों का सम्मान किया जाएगा। अजीत विवेक संग्रहालय को भव्य रूप से सजाया जाएगा। इसके अलावा स्वामी विवेकानंद व राजा अजीत सिंह की झांकियां सजाकर पूरे कस्बे में नगर भ्रमण करवाया जाएगा। बैठक के दौरान समारोह को हर्षोल्लास, भव्यता व सफलता से मनाने के लिए अलग-अलग कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई।
इस मौके पर एसपी शरत चौधरी, प्रदीप सुरोलिया, डॉ. राघवेंद्र पाल, विमल कुमार सैनी ने भी अपने विचार रखे। संचालन राजेंद्र सिंह यादव ने किया। जेपी गर्ग, गजेंद्र जलंद्रा, पवन पालीवाल, मालीराम सैनी, डा. परसादीलाल गुप्ता, सुरेंद्र चौधरी, कालीचरण गुप्ता, निर्भयाराम शास्त्री, रमेश तिवारी, हरेंद्र सैनी, मुकेश गुप्ता, चंद्र मोहन, कृष्ण कुमार, तरूण खिंची, राहुल शर्मा, कुलदीप छत्रसाल, ज्योति भारद्वाज, शशी सैनी, रानी सरकार, रेणू यादव, सुधा सुरोलिया आदि मौजूद थे।