[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

इंद्रा डूडी के भ्रष्टाचार के दाग़ भाजपा वाशिंग मशीन भी नहीं धो पाई


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

इंद्रा डूडी के भ्रष्टाचार के दाग़ भाजपा वाशिंग मशीन भी नहीं धो पाई

इंद्रा डूडी के भ्रष्टाचार के दाग़ भाजपा वाशिंग मशीन भी नहीं धो पाई

चिड़ावा पंचायत समिति प्रधान जो कांग्रेस पार्टी की टिकट पर प्रधान बनी । उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया लेकिन अविश्वास प्रस्ताव को गिराने मे झुन्झुनू के एक नेता का हाथ था । डूडी को जिला मुख्यालय पर बुलाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई और इंद्रा डूडी को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर भाजपा में शामिल करने की बड़ी बड़ी घोषणा हुई । भ्रष्टाचार के आरोपो से लिप्त इंद्रा डूडी की कुर्सी बचाने में भाजपा के नेता का क्या निजी स्वार्थ था यह समझ से परे है । कांग्रेस की टिकट पर चुनकर आई इंद्रा डूडी तत्कालीन विधायक बृजेन्द्र ओला की विश्वस्त मानी जाती थी । उसके अविश्वास प्रस्ताव को गिरा कर भाजपा का दुपट्टा पहनाकर भाजपा मे शामिल करने की किस हैसियत से घोषणा की गई। जबकि किसी नेता को भाजपा में शामिल करने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष की अनुशंसा की आवश्यकता होती है लेकिन उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डूडी व झुंझुनूं भाजपा नेता ही थे । यह कैसी विडम्बना कि डूडी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भाजपा लेकर आई थी और भाजपा के ही एक नेता ने डूडी की कुर्सी बचाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी थी । लेकिन अब राजस्थान सरकार ने इंद्रा डूडी को निलंबित कर दिया है । पद का दुरुपयोग व भ्रष्टाचार को लेकर उनका निलंबन हुआ है ।

अब अविश्वास प्रस्ताव व निलंबन तक के प्रकरण का पोस्टमार्टम करें तो कहीं न कहीं भाजपा भी शक के दायरे में आने के साथ ही गुटबाजी खुलकर सामने आई है । भाजपा के जिस गुट ने डूडी की कुर्सी बचाने का काम किया उसका क्या निजी स्वार्थ था व इसके साथ ही डूडी के निलंबन में जिस गुट ने जोर लगाया उस गुट को भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा था लेकिन जिस गुट ने साथ दिया उसको भ्रष्टाचार क्यों नहीं दिखाई दिया । झुंझुनूं में गुटबाजी का यह नाटक नया नहीं है इसी की वजह से विधानसभा चुनावों में कोई खास न करने के बाद लोकसभा में भी हार का सामना करना पड़ा । गुटबाजी का आलम इस कदर हावी है कि प्रदेश नेतृत्व भी इससे अनभिज्ञ नहीं है । आगामी झुंझुनूं विधानसभा उप चुनाव में भाजपा की गुटबाजी ने विपक्ष को एक नया मुद्दा दे दिया है । वैसे भी इस गुटबाजी पर भ्रष्ट अधिकारीयों को जिले में डिजायर करके लाने में भी पूरा पूरा हाथ है ।

राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक

Related Articles