पापड़ा-बाघोली में अवैध बजरी खनन का आरोप, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
पापड़ा-बाघोली में अवैध बजरी खनन का आरोप, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
बाघोली : पापड़ा जाने वाली सड़क के किनारे अवैध रूप से बजरी खनन का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने प्रदर्शन िकया। राजीवपुरा के ग्रामीणों ने शुक्रवार को खदान में एलएनटी मशीन के पास जाकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क के दोनों तरफ हमारी खातेदारी की भूमि है जिस पर मामला भी चल रहा है। सड़क को छोड़कर जमीन की तरफ एलएनटी मशीन चलाकर सड़क का 15 फीट नीचे मिट्टी उतारने का नाम लेकर बजरी निकाल कर रात व दिन में 40-50 डंफर भरकर दूसरी जगह भेजा जा रहा है।
विरोध करने वालों ने बताया कि एक डंपर बजरी की कीमत 15000 से 20000 रुपए है। लाखों रुपए की बजरी हर रोज निकाल कर बेच रहे हैं। पुलिस, प्रशासन व खनिज विभाग की मिलीभगत से अवैध बजरी का खनन चल रहा है। ठेकेदार अनिल झाझड़िया को मना करते हैं तो बताता है मैं सड़क के लिए एलएनटी मशीन चला कर नदी को डाउन कर रहा हूं। जो सामने बजरी आती है उसे दूसरी जगह डलवाते हैं। पिछले दिनों अवैध बजरी खनन के मामले में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया था। लेकिन कोई मौके पर कोई नहीं पहुंचा। पुलिस चौकी पचलंगी वालों को बताने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। सड़क किनारे बालाजी का मंदिर की दीवार तोड़ दी। वहीं कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की पाइपलाइन को भी तोड़ दिया गया।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि खनिज विभाग के अधिकारी झुंझुनूं से लगा रखे हैं जबकि जिला नीमकाथाना पड़ता हैं। यहां ही नहीं रात में बाघोली, जोधपुरा व अन्य जगह भी बजरी खनन हो रहा है। विरोध प्रदर्शन करने वाले कानाराम गुर्जर, चरण सिंह, बलराम यादव, पिंटू गुर्जर, हरिराम गुर्जर, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र, लीलाराम, सुनील, महेंद्र सिंह शेखावत, महेश कुमार, राजेंद्र कुमार मीणा, राम सिंह चावड़ा, विक्रम मीणा, रामपाल, महावीर, बलराम, धोलूराम आदि मौजूद थे। इस संबंध में खनिज विभाग के अधिकारी व पीडब्ल्यूडी विभाग के एईएन से फोन पर संपर्क किया गया लेकिन दोनों अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया।
देश
विदेश
प्रदेश
संपादकीय
वीडियो
आर्टिकल
व्यंजन
स्वास्थ्य
बॉलीवुड
G.K
खेल
बिजनेस
गैजेट्स
पर्यटन
राजनीति
मौसम
ऑटो-वर्ल्ड
करियर/शिक्षा
लाइफस्टाइल
धर्म/ज्योतिष
सरकारी योजना
फेक न्यूज एक्सपोज़
मनोरंजन
क्राइम
चुनाव
ट्रेंडिंग
Covid-19







Total views : 1972778
